Edited By Archna Sethi,Updated: 03 Dec, 2024 06:15 PM
पंजाब सरकार ने 32 महीनों में 50,000 युवाओं को दी सरकारी नौकरियां
चंडीगढ़, 3 दिसंबर (अर्चना सेठी) मिशन रोजगार जारी रखते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने मंगलवार को घोषणा की कि अब तक लगभग 50,000 युवाओं को सरकारी नौकरियां दी जा चुकी हैं। इसके साथ ही, युवाओं को और अधिक सरकारी नौकरियां देने के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य प्रमुख विभागों में जल्द ही भर्ती अभियान शुरू किया जाएगा।
यहां नौजवानों को नियुक्ति पत्र सौंपने के अवसर एकत्रीकरण को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार युवाओं को जीवन में सफलता के अधिकतम अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और अब तक 50,000 के करीब सरकारी नौकरियां दी जा चुकी है।
उन्होंने यह भी कहा कि युवाओं के लिए नए रास्ते खोले जाएंगे, ताकि वे राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास में सक्रिय भागीदार बन सकें। भगवंत सिंह मान ने कहा कि युवाओं को नई नौकरियां प्रदान करने के साथ-साथ, उन युवाओं के लिए भी समाधान खोजा जा रहा है, जो संघर्ष करते हुए उम्र की सीमा पार कर चुके हैं। युवाओं को आह्वान किया कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं है और जीत की कुंजी केवल कड़ी मेहनत है।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार इस नेक कार्य में युवाओं को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं की भलाई सुनिश्चित करने और रोजगार के नए अवसर खोलने के लिए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। भगवंत सिंह मान ने कहा कि गर्व की बात है कि अब तक लगभग 50,000 युवा योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरियों के लिए चुने गए हैं। उन्होंने कहा कि अब यह नौजवान सरकार का अभिन्न अंग बन गए हैं और अब इनको मिशनरी भावना के साथ लोगों की सेवा करनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने युवाओं को जीवन में सफलता हासिल करने के लिए पैराशूट की बजाए जमीन से जुड़ कर चलने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जो लोग ज़मीन से जुड़कर मेहनत करते हैं, वे दुनिया को जीत लेते हैं। उन्होंने कहा कि मेहनती व्यक्तियों के लिए केवल आकाश ही सीमा है।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि पैराशूट से सीधे आसमान से उतरने वाले लोग कभी न कभी जमीन पर गिरते ही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार विभागों में खाली पदों को तुरंत भरने की प्रक्रिया अपनाती है। उन्होंने बताया कि पूरी भर्ती प्रक्रिया निष्पक्ष तरीके से की गई है, जिससे इन लगभग 50,000 नौकरियों में से किसी एक नियुक्ति को भी अब तक किसी अदालत में चुनौती नहीं दी गई है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह पंजाब सरकार के लिए गर्व की बात है कि इन युवाओं को पूरी योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरियां दी गई हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब ये युवा सरकार का अभिन्न हिस्सा बन चुके हैं और इन्हें समर्पित भावनाओं के साथ जनता की सेवा करनी चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई कि नए नियुक्त कर्मचारी अपनी कलम का उपयोग समाज के जरूरतमंद और पिछड़े वर्गों की मदद के लिए करेंगे। उन्होंने कहा कि नव-नियुक्त युवाओं को अधिक से अधिक लोगों के कल्याण को सुनिश्चित करना चाहिए ताकि समाज के हर वर्ग को इसका लाभ मिल सके।
मुख्यमंत्री ने युवाओं से अपील की कि वे अपनी उपलब्धियों पर अहंकार न करें, बल्कि विनम्रता से काम करें और अधिक सफलता के लिए कड़ी मेहनत करें। भगवंत सिंह मान ने नए नियुक्त युवाओं से कहा कि ऊंचे पदों पर पहुंचने के बाद भी जमीन से जुड़े रहें और कठिन परिश्रम में विश्वास रखें क्योंकि यही सफलता की असली कुंजी है। उन्होंने कहा कि युवाओं को इस मंच का उपयोग जीवन में आगे बढ़ने के साथ-साथ अच्छे इंसान बनने के लिए करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने पंजाब को मेडिकल शिक्षा का केंद्र बनाने के लिए राज्य सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि एस.ए.एस. नगर (मोहाली), कपूरथला, संगरूर, होशियारपुर और मलेरकोटला में बनाए जा रहे मेडिकल कॉलेजों का निर्माण कार्य पूरी तेजी से चल रहा है। उन्होंने कहा कि इन मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों का उद्देश्य राज्य को देश में चिकित्सा शिक्षा का मुख्य केंद्र बनाना है, जिससे पंजाब के लोगों को बहुत लाभ होगा।