Edited By Parminder Kaur,Updated: 21 Sep, 2024 04:45 PM
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अगुवाई वाली पंजाब सरकार द्वारा राज्य में शहीद होने वाले फौज के जवानों के परिवारों को 1 करोड़ रुपए की सहायता देने की योजना चलाई जा रही है। पहले यह योजना आम आदमी पार्टी द्वारा दिल्ली में शुरू की गई थी और फिर पंजाब में...
नेशनल डेस्क. मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अगुवाई वाली पंजाब सरकार द्वारा राज्य में शहीद होने वाले फौज के जवानों के परिवारों को 1 करोड़ रुपए की सहायता देने की योजना चलाई जा रही है। पहले यह योजना आम आदमी पार्टी द्वारा दिल्ली में शुरू की गई थी और फिर पंजाब में सरकार बनने के बाद इसे लागू किया गया।
योजना का उद्देश्य
मुख्यमंत्री भगवंत मान शहादत का जाम पीने वाले फौजियों के घर जाकर उनके वारिसों को 1-1 करोड़ रुपये के चेक सौंप रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले सुना जाता था कि शहीद फौजी के परिवार को सिलाई मशीन और 20 हजार रुपए की सहायता दी गई है, जो कि उनकी शहादत की तौहीन थी। पंजाब की सरकार संभालते ही उन्होंने शहीद के वारिसों को आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया।
शहीद का परिवार
शहीद सुरिंदर सिंह गांव डूंडीयां का रहने वाला था। चार बहनों का इकलौता भाई था। उसके पिता नछत्तर सिंह और माता बलवंत कौर ने बताया कि सुरिंदर सिंह 2009 में फौज में भर्ती हुआ था और ड्यूटी के दौरान शहीद हो गया। मुख्यमंत्री भगवंत मान उनके पास आए और 1 करोड़ रुपये का चेक देकर गए। उन्होंने भरोसा दिलाया कि वह हमेशा उनके साथ खड़े रहेंगे। यह योजना शहीदों के परिवारों को आर्थिक रूप से समर्थन देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, ताकि उन्हें कठिनाइयों का सामना न करना पड़े।