Edited By Parminder Kaur,Updated: 09 Dec, 2024 04:41 PM
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में नये कीर्तिमान स्थापित कर रही है। इसी उद्देश्य से राज्य में स्कूल ऑफ एमिनेंस खोले गए हैं, जहां सरकार राज्य भर के स्कूलों का नवीनीकरण कर रही है। स्कूल ऑफ एमिनेंस के...
नेशनल डेस्क. मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में नये कीर्तिमान स्थापित कर रही है। इसी उद्देश्य से राज्य में स्कूल ऑफ एमिनेंस खोले गए हैं, जहां सरकार राज्य भर के स्कूलों का नवीनीकरण कर रही है। स्कूल ऑफ एमिनेंस के रूप में शिक्षा के क्षेत्र में आई नई क्रांति से छात्रों को बड़े पैमाने पर लाभ मिल रहा है। स्कूल ऑफ एमिनेंस स्मार्ट बुनियादी ढांचे और प्रयोगशालाओं और विभिन्न खेल सुविधाओं के साथ खेल मैदानों से सुसज्जित है, जहां छात्र शिक्षा के साथ-साथ अपने कौशल को भी निखार रहे हैं। भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार पूरे राज्य में ऐसे 117 स्कूल खोलने की योजना बना रही है। इन स्कूलों के प्रति बच्चों में काफी उत्साह देखा जा रहा है।
स्कूल ऑफ एमिनेंस एक ऐसा मॉडल है, जिसे न सिर्फ पंजाब बल्कि पूरे देश में दोहराया जा सकता है। स्कूल ऑफ एमिनेंस की अवधारणाएँ पारंपरिक शिक्षण विधियों से परे हैं। इनका निर्माण अत्याधुनिक शिक्षा, बुनियादी ढांचे और छात्र विकास के लिए समग्र दृष्टिकोण की नींव पर किया गया है। इन स्कूलों को रचनात्मकता को बढ़ावा देने और उन मूल्यों को विकसित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो छात्रों को 21वीं सदी की चुनौतियों के लिए तैयार करते हैं। मुख्यमंत्री भगवंत मान के प्रयासों से पंजाब देश का पहला ऐसा राज्य होगा, जहां कोई भी स्कूल शिक्षक विहीन नहीं होगा या राज्य के सभी स्कूलों में एक भी शिक्षक नहीं होगा।