Edited By Archna Sethi,Updated: 23 Dec, 2024 06:48 PM
पंजाब पुलिस पंजाब को सुरक्षित राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध
चंडीगढ़, 23 दिसंबर: (अर्चना सेठी) पाकिस्तान-आई.एस.आई. द्वारा प्रायोजित खालिस्तान ज़िंदाबाद फोर्स (के.ज़ेड.एफ.) आतंकी संगठन के खिलाफ बड़ी सफलता प्राप्त करते हुए, पंजाब पुलिस और उत्तर प्रदेश (यूपी) पुलिस ने एक संयुक्त ऑपरेशन के तहत गुरदासपुर में पुलिस थाने पर ग्रेनेड हमला करने वाले इस मॉड्यूल के तीन सदस्यों के साथ भारी मुठभेड़ की। यह जानकारी पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने सोमवार को यहां दी।
यह मुठभेड़ (एनकाउंटर) यूपी के पीलीभीत के थाना पूरनपुर के अधिकार क्षेत्र में पंजाब और पीलीभीत की पुलिस टीमों द्वारा संयुक्त रूप से उस समय की गई, जब तीन मॉड्यूल सदस्यों ने पुलिस पार्टी पर गोलियां चला दी थीं।
यह घटना 18 दिसंबर 2024 को गुरदासपुर के कलानौर पुलिस थाने के अधिकार क्षेत्र में पड़ने वाली बख्शीवाला पुलिस चौकी पर कुछ अज्ञात व्यक्तियों द्वारा हैंड ग्रेनेड फेंकने की घटना के एक सप्ताह से भी कम समय में हुई। उल्लेखनीय है कि आतंकी संगठन के.ज़ेड.एफ. ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग करके इस आतंकी गतिविधि की जिम्मेदारी ली थी।
डीजीपी गौरव यादव ने तीन सदस्यों की पहचान वरिंदर सिंह उर्फ रवि निवासी अगवान, कलानौर; गुरविंदर सिंह निवासी मोहल्ला भैणी बाणिया, कलानौर; और जशनप्रीत सिंह उर्फ प्रताप सिंह निवासी शूर खुर्द, कलानौर के रूप में की है। उन्होंने आगे बताया कि यूपी में पुलिस टीमों ने उनके कब्जे से दो ए के -47 राइफलें और दो 9 एमएम ग्लॉक पिस्तौलें भी बरामद की हैं।
उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि इस आतंकी मॉड्यूल को के.ज़ेड.एफ. के मुखिया रंजीत सिंह नीटा द्वारा नियंत्रित किया जाता है और ग्रीस स्थित जसविंदर सिंह मन्नू (मूल निवासी गांव अगवान, कलानौर) द्वारा संचालित किया जाता है।
उल्लेखनीय है कि इस मॉड्यूल का नेतृत्व कर रहा आरोपी वरिंदर उर्फ रवि भी गांव अगवान का निवासी है और उसे ब्रिटेन स्थित जगजीत सिंह द्वारा निर्देशित किया जा रहा था, जो ब्रिटिश सेना में काम करता बताया जाता है और अपनी पहचान फतेह सिंह बागी के रूप में दर्शाता था। इसी नाम के तहत उसने सोशल मीडिया पर ग्रेनेड हमले की जिम्मेदारी भी ली थी।