Edited By Archna Sethi,Updated: 13 Dec, 2024 07:40 PM
पंजाब पुलिस अधिकारियों ने एक महीने में की 4153 लोक मीटिंगें
चंडीगढ़, 13 दिसंबरः (अर्चना सेठी) लोक पहुंच कार्यक्रम ’ऑपरेशन संपर्क’ की शुरुआत से एक महीने बाद, विशेष डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस (विशेष डीजीपी) कानून और व्यवस्था अर्पित शुक्ला ने आज पट्टी कस्बे में तरनतारन जिला पुलिस द्वारा करवाई गई जिला स्तरीय लोक बैठक में हिस्सा लिया ताकि पुलिस की कार्यप्रणाली के बारे में सीधे तौर पर फीडबैक लिया जा सके और आम लोगों की शिकायतें सुनी जा सकें। यह ’ऑपरेशन संपर्क’ डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव की सोच थी, जिसे 14 नवंबर, 2024 को कानून लागू करने वालों और जनता के बीच विश्वास, सहयोग और साझेदारी को मजबूत करने के इरादे से लॉन्च किया गया था।
विशेष डीजीपी अर्पित शुक्ला, जो इस कार्यक्रम के नोडल अधिकारी भी हैं, ने बताया कि ऑपरेशन संपर्क के तहत सीपीज़/एसएसपीज़ को जिला स्तर पर शैक्षणिक, व्यापारिक, सामाजिक, आर्थिक और धार्मिक संस्थाओं के साथ सप्ताह में कम से कम दो लोक मीटिंगे करने की हिदायत दी गई है। उन्होंने आगे बताया कि उसी तरह से समुदायिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए पुलिस सुपरिंटेंडेंट्स (एसपीज़) और डिप्टी पुलिस सुपरिंटेंडेंट्स (डीएसपीज़) को सब-डिवीजन स्तर पर मीटिंगें करने के लिए कहा गया है जबकि स्टेशन हाउस अधिकारियों (एसएचओज़) द्वारा भी नियमित रूप से मीटिंगें की जाएंगी।
इस पहल की सफलता के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि 14 नवंबर, 2024 को इसकी शुरुआत के बाद, इस लोक पहुंच कार्यक्रम के तहत अपने-अपने जिलों में सीपीज़/एसएसपीज़ द्वारा 4153 मीटिंगें करके मील के पत्थर स्थापित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य समुदाय के साथ मजबूत संबंध स्थापित करना, उनकी चिंताओं को दूर करना और विभिन्न पहलों के बारे में अपडेट करना है। इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए पुलिस नियमित रूप से लोक पहुंच मीटिंगें, पुलिस-नागरिकों का आपसी तालमेल, युवाओं और सोशल मीडिया की भागीदारी और पड़ोसी क्षेत्रों की पुलिसिंग के साथ तालमेल करेगी।
विशेष डीजीपी ने विभिन्न वर्गों के लोगों के साथ अनौपचारिक बातचीत के दौरान शहर की शांति-व्यवस्था की स्थिति के बारे में उनसे फीडबैक लिया और उनके अधिकांश मुद्दों को हल करने का भरोसा दिया। इस मौके पर उनके साथ वरिष्ठ पुलिस कप्तान (एसएसपी) तरनतारन अभिमन्यु राणा भी उपस्थित थे। उन्होंने लोगों को बताया कि पंजाब पुलिस ने अपराधों और नशा तस्करों के खिलाफ विशेष मुहिम चलाई है। पंजाब पुलिस ने सुरक्षित पंजाब एंटी ड्रग हेल्पलाइन 9779100200 भी लॉन्च की है, जिसके ज़रिए नागरिक बिना अपनी पहचान बताए नशा तस्करों की रिपोर्ट कर सकते हैं। उन्होंने आगे बताया कि सभी पुलिस अधिकारियों को इस हेल्पलाइन के जरिए मिली सूचना पर तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
इस लोक पहुंच मीटिंग के बाद विशेष डीजीपी पंजाब ने सीमा पर सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा करने और दूसरी सुरक्षा पंक्ति को और मजबूत करने के लिए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के कमांडेंटों के साथ बैठक भी की।