Edited By Anu Malhotra,Updated: 12 Feb, 2025 11:44 AM

मलेशिया की रहने वाली भारतीय मूल की महिला रशेल कौर इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा में हैं। लोग उन्हें 'सुपर यात्री' कह रहे हैं क्योंकि वह हर दिन फ्लाइट से ऑफिस आने-जाने का सफर तय करती हैं। उनका मानना है कि यह न केवल आर्थिक रूप से फायदेमंद है, बल्कि...
नेशनल डेस्क: मलेशिया की रहने वाली भारतीय मूल की महिला रशेल कौर इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा में हैं। लोग उन्हें 'सुपर यात्री' कह रहे हैं क्योंकि वह हर दिन फ्लाइट से ऑफिस आने-जाने का सफर तय करती हैं। उनका मानना है कि यह न केवल आर्थिक रूप से फायदेमंद है, बल्कि इससे उन्हें अपने बच्चों के साथ भी समय बिताने का मौका मिलता है।
रोज़ फ्लाइट से ऑफिस, खर्च भी कम!
रशेल कौर, एयर एशिया के फाइनेंस ऑपरेशन डिपार्टमेंट में असिस्टेंट मैनेजर हैं। वह मलेशिया से सिंगापुर तक फ्लाइट से सफर करती हैं और रोज़ ऑफिस जाती हैं। पहले वह हर महीने 474 डॉलर (लगभग ₹42,000) खर्च करती थीं, लेकिन अब उनका खर्च घटकर 316 डॉलर (लगभग ₹28,000) हो गया है।
कैसे तय करती हैं यह लंबा सफर?
रशेल कौर का दिन सुबह 4 बजे शुरू होता है। वह 5 बजे एयरपोर्ट के लिए निकलती हैं और 5:55 की फ्लाइट पकड़ती हैं। लगभग 7:45 बजे ऑफिस पहुंचती हैं और रात 8 बजे घर लौट आती हैं।
फ्लाइट का समय कैसे बिताती हैं?
रशेल अपने उड़ान के समय को 'मी टाइम' मानती हैं। वह म्यूजिक सुनती हैं, खुद के बारे में सोचती हैं और नेचर का आनंद लेती हैं। फ्लाइट से उतरने के बाद, वह पैदल 5-7 मिनट में अपने ऑफिस पहुंच जाती हैं।
बच्चों के लिए लिया ये फैसला
रशेल कौर की 12 और 11 साल की दो बेटियां हैं। पहले वह क्वालालंपुर में ऑफिस के पास किराए के घर में रहती थीं, जो काफी महंगा था। तब वह सिर्फ हफ्ते में एक बार घर जा पाती थीं। बच्चों से दूरी महसूस होने के कारण उन्होंने हर दिन फ्लाइट से ऑफिस आने-जाने का फैसला किया ताकि वे रोज़ अपने बच्चों के साथ समय बिता सकें।
कई लोग हैरान, तो कुछ कर रहे तारीफ
रशेल को एयर एशिया कर्मचारी होने के कारण टिकट पर भारी छूट मिलती है, जिससे यह सफर उनके लिए किफायती बन जाता है। उनकी यह अनोखी यात्रा दिनचर्या लोगों को हैरान कर देती है। कुछ उनकी मेहनत और संतुलन की तारीफ करते हैं, तो कुछ यह सोचकर चौंक जाते हैं कि कोई रोज़ फ्लाइट से सफर कैसे कर सकता है।
रशेल कौर का यह सफर साबित करता है कि सही प्लानिंग से लंबी दूरी भी आसान बनाई जा सकती है, खासकर जब परिवार आपकी प्राथमिकता हो!