Edited By Anu Malhotra,Updated: 16 Jan, 2025 03:32 PM
राधा स्वामी सत्संग ब्यास ने एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए अपने केंद्रों में VIP कल्चर को पूरी तरह से खत्म कर दिया है। इस कदम का उद्देश्य संगत में सभी को समान महत्व देना और आध्यात्मिक एकता को प्रोत्साहित करना है। सत्संग के दौरान VIP व्यक्तियों के लिए...
नेशनल डेस्क: राधा स्वामी सत्संग ब्यास ने एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए अपने केंद्रों में VIP कल्चर को पूरी तरह से खत्म कर दिया है। इस कदम का उद्देश्य संगत में सभी को समान महत्व देना और आध्यात्मिक एकता को प्रोत्साहित करना है।
सूत्रों के अनुसार, पहले सत्संग के दौरान VIP व्यक्तियों के लिए विशेष बैठने की व्यवस्था और पास जारी किए जाते थे। अब यह व्यवस्था पूरी तरह समाप्त कर दी गई है। नए नियमों के अनुसार, सभी श्रद्धालु एक समान स्थान पर बैठेंगे, और किसी भी प्रकार का विशेषाधिकार नहीं होगा।
इस ऐतिहासिक फैसले से डेरा ब्यास के करोड़ों श्रद्धालुओं में खुशी की लहर दौड़ गई है। श्रद्धालुओं ने इसे एक सराहनीय कदम बताया है, जो आध्यात्मिक संगठन के सिद्धांतों के अनुरूप है। संगत का कहना है कि यह बदलाव सभी को समानता और एकजुटता का अनुभव कराएगा।
नए नेतृत्व में बड़ा बदलाव
2 अगस्त 2024 को राधा स्वामी सत्संग ब्यास ने अपने नए उत्तराधिकारी के रूप में जसदीप सिंह गिल की घोषणा की थी। वे संगठन के पूर्व प्रमुख गुरिंदर सिंह ढिल्लों की जगह लेकर आध्यात्मिक नेतृत्व संभाल रहे हैं। जसदीप सिंह गिल ने संगठन का कार्यभार संभालने के बाद इस बड़े बदलाव की शुरुआत की है।
डेरा ब्यास के इस निर्णय ने न केवल संगत में उत्साह बढ़ाया है, बल्कि समाज में समानता और सादगी का संदेश भी दिया है। श्रद्धालु मानते हैं कि इस फैसले से संगठन में पारदर्शिता और समर्पण और अधिक मजबूत होगा।
डेरा की आधिकारिक जानकारी के अनुसार, जसदीप सिंह गिल अब राधा स्वामी सत्संग ब्यास के नए सतगुरु के रूप में संगत का मार्गदर्शन कर रहे हैं और संगठन को नई दिशा में ले जा रहे हैं।
यह निर्णय राधा स्वामी सत्संग ब्यास के आध्यात्मिक मूल्यों को और मजबूत करता है और समाज में समानता और एकता का संदेश फैलाने का एक बड़ा कदम माना जा रहा है।