Edited By Utsav Singh,Updated: 13 Nov, 2024 08:59 PM
उत्तर प्रदेश के नोएडा स्थित महर्षि यूनिवर्सिटी में एक बेहद गंभीर घटना सामने आई है, जिसमें सीनियर छात्रों ने रैगिंग के खिलाफ विरोध करने पर एक जूनियर छात्र की बुरी तरह से पिटाई की। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है और इसके बाद...
नेशनल डेस्क : उत्तर प्रदेश के नोएडा स्थित महर्षि यूनिवर्सिटी से एक बेहद गंभीर घटना सामने आई है, जिसमें सीनियर छात्रों ने रैगिंग के खिलाफ विरोध करने पर एक जूनियर छात्र की बुरी तरह से पिटाई की। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है और इसके बाद से यूनिवर्सिटी प्रशासन को लेकर सवाल उठने लगे हैं। आइए जानते हैं इस मामले के बारे में विस्तार से।
सीनियर छात्रों द्वारा जूनियर छात्र की पिटाई
वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ सीनियर छात्र एक जूनियर छात्र के कमरे में घुसकर उसे बेरहमी से पीट रहे हैं। इस मारपीट में एक छात्र का दांत भी टूट गया। वीडियो को देखकर लगता है कि यह किसी विश्वविद्यालय के हॉस्टल का कमरा नहीं बल्कि एक अखाड़ा बन गया है। इस घटना ने सोशल मीडिया पर सनसनी मचा दी है और लोग इस हिंसा को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन से जवाब मांग रहे हैं।
रैगिंग के खिलाफ विरोध करने पर हमला
पीड़ित छात्र ने बताया कि जब उसने अपने सीनियर छात्रों द्वारा की जा रही रैगिंग का विरोध किया, तो सीनियर छात्रों ने उसकी पिटाई शुरू कर दी। छात्र का कहना है कि रैगिंग के खिलाफ आवाज उठाने पर उसे शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया। इस घटना के बाद विश्वविद्यालय के हॉस्टल में तनावपूर्ण माहौल बन गया है और अन्य छात्र भी अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।
नोएडा, यूपी की महर्षि यूनिवर्सिटी में रैगिंग का विरोध करने पर सीनियर छात्रों ने जूनियर छात्रों को जमकर पीटा। हॉस्टल का रूम लड़ाई का अखाड़ा बना। एक छात्र का दांत टूटा। @Jyoti_karki_ pic.twitter.com/aW1vL8LRO2
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) November 12, 2024
तनाव का माहौल: प्रशासन पर सवाल
यह घटना अब महर्षि यूनिवर्सिटी के लिए गंभीर सवाल खड़े कर रही है। वीडियो वायरल होने के बाद, लोगों का गुस्सा और नाराजगी सामने आ रही है। सोशल मीडिया पर लोग विश्वविद्यालय प्रशासन से सवाल कर रहे हैं कि उन्होंने रैगिंग को लेकर सख्त कदम क्यों नहीं उठाए। कई छात्रों और अभिभावकों का कहना है कि रैगिंग जैसी घटनाओं पर सख्त प्रतिबंध होना चाहिए, ताकि इस तरह की हिंसा की पुनरावृत्ति न हो।
प्रशासन की कार्रवाई और जांच
अब यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत जांच शुरू कर दी है। विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, इस घटना के बाद जूनियर छात्रों के बीच डर का माहौल बना हुआ है। वे अपनी सुरक्षा को लेकर प्रशासन से और सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।
छात्रों की सुरक्षा पर चिंता
जूनियर छात्र अब अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और उनका कहना है कि वे अब इस वातावरण में सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं। कई छात्रों ने यूनिवर्सिटी प्रशासन से अपील की है कि वे जल्द से जल्द रैगिंग की घटनाओं को रोकने के लिए कठोर कदम उठाएं और छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करें। छात्रों का यह भी कहना है कि यदि प्रशासन इस मुद्दे पर गंभीर नहीं होता है, तो उनके लिए पढ़ाई करना मुश्किल हो जाएगा।
पुलिस को सूचित किया गया
इस घटना के बाद, स्थानीय पुलिस को भी सूचित कर दिया गया है। पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है और वीडियो के आधार पर कार्रवाई करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
रैगिंग पर सख्त नियंत्रण की आवश्यकता
यह घटना महर्षि यूनिवर्सिटी के लिए एक गंभीर चेतावनी है। रैगिंग जैसी घटनाएं न केवल छात्रों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित करती हैं, बल्कि विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा पर भी विपरीत असर डालती हैं। प्रशासन को इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए। विश्वविद्यालय को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि रैगिंग जैसी हिंसक घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, और छात्रों की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी ली जाए।