Edited By Pardeep,Updated: 07 Sep, 2022 09:37 PM
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि आज राष्ट्र की एकता के प्रतीक तिरंगे, देश की एकता तथा अखंडता पर भाजपा और आरएसएस की नीतियों का ज़बरदस्त खतरा मंडरा रहा है और ‘भारत..
कन्याकुमारीः कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि आज राष्ट्र की एकता के प्रतीक तिरंगे, देश की एकता तथा अखंडता पर भाजपा और आरएसएस की नीतियों का ज़बरदस्त खतरा मंडरा रहा है और ‘भारत जोड़ो यात्रा' इसका एक मात्र जवाब है इसलिए हर नागरिक के इस यात्रा से जुड़ने की सख्त ज़रूरत है।
गांधी ने बुधवार को यहां एक विशाल जनसभा में 3500 किलो मीटर से लंबी ‘भारत जोड़ो यात्रा' की शुरुआत करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर करारा हमला करते हुए कहा कि उनकी नीतियां देश को तोड़ने वाली है और इसी वजह से देश आज गंभीर संकट में फंस गया है इसलिए उसे मजबूत बनाने के मकसद से ‘भारत जोड़ो' यात्रा का आयोजन किया गया है। उनका कहना था कि भाजपा और आरएसएस के कारण असज फिर अंग्रेजों के जमाने की स्थिति बन गई है।
ब्रिटिश काल में ईस्ट इंडिया कंपनी ने जिस तरह से विभाजसन की नीति अपनाकर देश को गुलाम बनाया उसी तरह से भाजपा-आरएसएस की नीतियां भी कुछ उद्योगपतियों को साथ लेकर उसी सिद्धांत का पालन करते हुए देश की एकता और अखंडता के लिए चुनौती बन गये हैं। उन्होंने कहा की भाजपा के शासन में कुछ गिने-चुने उद्योग पतियों को देश के बंदरगाह, हवाई अड्डे, ऊर्जा केंद्र आदि बेचे जा रहे है और यह काम बहुत व्यवस्थित तरीके से किया जा रहा है।
गरीबों किसानों और कारोबारियों पर सटीक तरीके से हमला कर उन्हें कमजोर बनाने का काम हो रहा है। उनका कहना था कि सबसे दुर्भाग्य की बात यह है कि देश के मीडिया पर इन उद्योगपतियों का कब्जा है और वे जो चाहते हैं वही टीवी पर दिखाते हैं और देश के समक्ष जो संकट है दबाव में देश का मीडिया उसे नजरअंदाज कर जाता है।
तिरंगे को राष्ट्र की आन, बान और शान बताते हुए उन्होंने कहा कि तिरंगे में राष्ट्र के हर नागरिक, हर जाति, धर्म, समुदाय के लोगों की आत्मा बसती है लेकिन भाजपा-आरएसएस ने राष्ट्रध्वज को भी निजी संपत्ति मान लिया है इसलिए राष्ट्रीय एकता का प्रतीक तिरंगा संकट में है।
भारत की संस्थाएं इस झंडे को संरक्षित करती हैं लेकिन आरएसएस और भाजपा की नीतियां इसके लिए चुनौती बन रही है। सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स जैसे संवैधानिक संस्थाओं का इस्तेमाल कर आम जनता की आवाज उठाने वाले विपक्ष को सताने के लिए किया जा रहा है लेकिन उन्हें समझ लेना चाहिए कि हम भारतीय हैं और हम इस तरह के प्रयासों से डरते नहीं है और भाजपा के किसी भी हथकंडे से वे डरने वाली नहीं है।