Edited By Mahima,Updated: 18 Nov, 2024 11:59 AM
राहुल गांधी ने मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और गौतम अडानी पर हमला बोला, धारावी पुनर्विकास परियोजना को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि यह प्रोजेक्ट गरीबों के बजाय अरबपतियों के फायदे के लिए है। राहुल ने बीजेपी के "एक...
नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बीच कांग्रेस के नेता विपक्ष और सांसद राहुल गांधी ने सोमवार को मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उद्योगपति गौतम अडानी पर सीधा हमला बोला। राहुल ने बीजेपी के चुनावी नारे "एक हैं तो सेफ हैं" पर सवाल उठाया और इसे धारावी पुनर्विकास परियोजना से जोड़ते हुए गंभीर आरोप लगाए।
राहुल गांधी ने प्रेस वार्ता के दौरान एक अलमारी से दो पोस्टर निकाले, जो उन्होंने मीडिया के सामने पेश किए। एक पोस्टर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गौतम अडानी की तस्वीर थी, जबकि दूसरे पोस्टर में धारावी का नक्शा था। राहुल ने इन पोस्टरों को दिखाकर यह सवाल उठाया कि आखिर धारावी का भविष्य क्या होगा और क्या यह प्रोजेक्ट वाकई आम जनता की भलाई के लिए है? उनका कहना था कि धारावी के लोगों के लिए इस परियोजना में कोई लाभ नहीं है और यह सिर्फ बड़े उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए किया जा रहा है।
राहुल ने आरोप लगाया कि बीजेपी के नारे "एक हैं तो सेफ हैं" का असली मतलब यह है कि प्रधानमंत्री मोदी और अडानी जैसे उद्योगपति एक साथ मिलकर मुंबई की जमीन पर कब्ज़ा करना चाहते हैं, जबकि इससे आम लोगों की स्थिति और खराब हो जाएगी। उन्होंने कहा, "धारावी का भविष्य सेफ नहीं है, सवाल यह है कि सेफ कौन है?" राहुल के अनुसार, इस प्रोजेक्ट का असल मकसद सिर्फ अरबपतियों का फायदा है, न कि धारावी के गरीब निवासियों का।
राहुल ने आगे कहा कि महाराष्ट्र चुनाव सिर्फ राजनीतिक नहीं, बल्कि विचारधाराओं का चुनाव है। यह चुनाव एक ओर गरीबों की समस्याओं और दूसरी ओर कुछ चुनिंदा अरबपतियों के आर्थिक लाभ की लड़ाई है। उन्होंने बताया कि धारावी पुनर्विकास प्रोजेक्ट के जरिए एक अरबपति को करीब 1 लाख करोड़ रुपये का फायदा हो सकता है। इस संदर्भ में राहुल ने यह भी कहा कि बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी की नीतियां बड़े व्यापारियों और उद्योगपतियों के हित में हैं, जबकि आम लोग इससे वंचित रह जाते हैं।
कांग्रेस का चुनावी घोषणा पत्र
राहुल गांधी ने इस दौरान कांग्रेस पार्टी का चुनावी घोषणा पत्र भी साझा किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का उद्देश्य महाराष्ट्र के किसानों, गरीबों, बेरोजगारों और युवाओं के लिए काम करना है। राहुल ने बताया कि कांग्रेस सत्ता में आई तो प्रत्येक महिला के बैंक खाते में ₹3,000 डाले जाएंगे। इसके अलावा, महिलाओं और किसानों के लिए बस यात्रा मुफ्त की जाएगी, और तीन लाख रुपये तक के कर्ज माफ किए जाएंगे। राहुल ने यह भी वादा किया कि सोयाबीन उत्पादकों को ₹7,000 प्रति क्विंटल न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) मिलेगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस महाराष्ट्र में जाति जनगणना कराएगी, जैसा कि उन्होंने तेलंगाना और कर्नाटक में किया है। राहुल ने कहा, "हम मानते हैं कि जाति आधारित आंकड़ों के बिना समाज की सही तस्वीर नहीं मिल सकती। हम महाराष्ट्र में भी यह जनगणना करवाएंगे।"
20 नवंबर को मतदान, 23 नवंबर को परिणाम
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की कुल 288 सीटों पर मतदान 20 नवंबर को एक चरण में होगा। चुनावी परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। इस बार के चुनाव में कांग्रेस और विपक्षी दलों का लक्ष्य बीजेपी को सत्ता से बाहर करना है, जबकि बीजेपी इस चुनाव को अपनी सरकार के कार्यों और योजनाओं को लेकर अपनी स्थिति मजबूत करने का अवसर मान रही है। राहुल गांधी के बयान ने राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी है। कांग्रेस ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि वह केवल बड़े उद्योगपतियों के हितों की रक्षा करने में लगी है और आम जनता को नजरअंदाज कर रही है। अब देखने वाली बात यह होगी कि इन आरोपों का आगामी चुनाव पर क्या असर पड़ता है और बीजेपी इस पर कैसे प्रतिक्रिया देती है।