Edited By Rahul Rana,Updated: 26 Nov, 2024 02:43 PM
संविधान दिवस के मौके पर राहुल गांधी ने तालकटोरा स्टेडियम में एक कार्यक्रम को संबोधित किया। यह कार्यक्रम कांग्रेस पार्टी द्वारा आयोजित किया गया था। जैसे ही राहुल गांधी ने बोलना शुरू किया अचानक उनका माइक बंद हो गया। माइक के बंद होने के बाद कांग्रेस...
नेशनल डेस्क। संविधान दिवस के मौके पर राहुल गांधी ने तालकटोरा स्टेडियम में एक कार्यक्रम को संबोधित किया। यह कार्यक्रम कांग्रेस पार्टी द्वारा आयोजित किया गया था। जैसे ही राहुल गांधी ने बोलना शुरू किया अचानक उनका माइक बंद हो गया। माइक के बंद होने के बाद कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी। राहुल गांधी ने कहा कि जब भी दलितों की बात होती है, तब माइक बंद हो जाता है।
माइक बंद होने की यह घटना दिलचस्प इस कारण रही क्योंकि राहुल गांधी ने पहले भी संसद में कई बार यह आरोप लगाया था कि उनका माइक बंद कर दिया जाता है। अब उनके अपने ही पार्टी के कार्यक्रम में माइक बंद होने पर उन्होंने हल्की मुस्कान दिखाई। यह घटना सोशल मीडिया और मीडिया में चर्चा का विषय बन गई, क्योंकि राहुल गांधी ने माइक बंद होने पर हंसी में प्रतिक्रिया दी, जो कि राजनीतिक हलकों में ध्यान आकर्षित करने वाली रही।
प्रधानमंत्री संविधान पढ़ते तो ऐसा काम न करते- राहुल गांधी
कांग्रेस के 'संविधान रक्षक अभियान' में राहुल गाांधी ने कहा, ''देश की पूरी व्यवस्था दलितों, आदिवासियों और पिछड़े वर्ग के लोगों के खिलाफ खड़ी है। मैं आपको गारंटी देता हूं कि प्रधानमंत्री मोदी ने संविधान नहीं पढ़ा है, अगर उन्होंने पढ़ा होता तो वे वह काम नहीं करते जो वह रोजाना करते हैं। संविधान सिर्फ एक किताब नहीं बल्कि हजारों सालों के लिए भारत की सोच है, यह सत्य और अहिंसा के बारे में है।''
कांग्रेस नेता ने कहा कि देश की पूरी व्यवस्था दलितों, आदिवासियों और पिछड़े वर्ग के लोगों के खिलाफ खड़ी है। तेलंगाना में जाति जनगणना की जा रही है, यह एक ऐतिहासिक कदम है; हम जहां भी सरकार बनाएंगे, वहां ऐसा ही करेंगे।