Edited By Mahima,Updated: 17 Jan, 2025 09:44 AM
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दिल्ली AIIMS का दौरा कर मरीजों और उनके परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने ठंड में फुटपाथ पर सो रहे लोगों से उनकी समस्याएं सुनी और उनकी मदद करने का वादा किया। कांग्रेस ने इस दौरे के बाद सरकार पर आरोप लगाया कि वह मरीजों की...
नेशनल डेस्क: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार रात दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) का दौरा किया। इस दौरे में राहुल गांधी ने वहां इलाज कराने आए मरीजों और उनके परिजनों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं को सुना। उन्होंने विशेष रूप से ठंड में फुटपाथ पर सो रहे मरीजों और उनके परिवारों से बातचीत की और उनके दुख-दर्द को जाना।
राहुल गांधी का यह दौरा एक विशेष वजह से चर्चा में आया, क्योंकि उन्होंने मरीजों के इलाज में हो रही देरी और अस्पताल की असुविधाओं पर चिंता जताई। इस दौरान कांग्रेस ने एक वीडियो भी साझा किया, जिसमें राहुल गांधी फुटपाथ पर सो रहे लोगों से बात करते हुए दिखाई दे रहे हैं। राहुल गांधी ने उनसे पूछा, "आपको क्या दिक्कत है?" इस पर मरीजों और उनके परिजनों ने बताया कि इलाज के लिए उन्हें कई महीनों का इंतजार करना पड़ रहा है, और कई मामलों में डॉक्टरों से मिलने के लिए उन्हें लंबा समय लग रहा है।
एक परिजन ने बताया कि उनकी बेटी की जांच हो चुकी है, लेकिन अब तक डॉक्टर से मिलने के लिए समय नहीं मिल सका। वहीं, एक अन्य मरीज ने बताया कि ऑपरेशन के लिए तारीख अभी तक निर्धारित नहीं हो पाई है। राहुल गांधी ने उनकी परेशानियों को सुनने के बाद पूछा कि क्या इन समस्याओं में किसी तरह की मदद की जा सकती है, जिस पर डॉक्टरों की टीम ने जवाब दिया कि कुछ मदद की जा सकती है।
कांग्रेस ने इस पूरे दौरे का वीडियो अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किया। वीडियो में राहुल गांधी को उन मरीजों और उनके परिवारों से बात करते हुए दिखाया गया, जो ठंड में सड़क पर सोने को मजबूर थे। कांग्रेस ने इस मौके पर सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इलाज के लिए लंबा इंतजार, असुविधा और सरकार की असंवेदनशीलता ही आज दिल्ली AIIMS की सच्चाई बन चुकी है। पार्टी ने लिखा कि मरीजों को इलाज के लिए सर्दी-गर्मी के बावजूद फुटपाथ पर सोने पर मजबूर किया जा रहा है और सरकार इस स्थिति को सुधारने के लिए कोई कदम नहीं उठा रही।
कांग्रेस ने केंद्र और दिल्ली सरकार पर आरोप लगाया कि वे मरीजों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। पार्टी ने कहा कि सरकार ने इन मरीजों को उनके हाल पर छोड़ दिया है और अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ लिया है। कांग्रेस ने अपने ट्विटर पोस्ट में लिखा, "मरीजों को इलाज के लिए महीनों इंतजार करना पड़ता है और इस दौरान उन्हें असुविधा का सामना करना पड़ता है। सरकार का कोई भी प्रयास इस स्थिति को सुधारने के लिए नहीं दिखता।" राहुल गांधी का यह दौरा न केवल कांग्रेस पार्टी की ओर से सरकार पर दबाव बनाने की एक कोशिश था, बल्कि यह भी दिखाता है कि कांग्रेस नेता खुद को जनसमस्याओं से जोड़ने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। उन्होंने इस दौरे के जरिए यह संदेश दिया कि वह गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए हमेशा खड़े रहेंगे और उनकी आवाज़ उठाएंगे।