Edited By Parveen Kumar,Updated: 28 Sep, 2024 08:05 PM
अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के कथित बयान की निंदा करते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शनिवार को आरोप लगाया कि राहुल ने इस अपमानजनक कथन के जरिये हिंदुओं की आस्था को ठेस...
नेशनल डेस्क : अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के कथित बयान की निंदा करते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शनिवार को आरोप लगाया कि राहुल ने इस अपमानजनक कथन के जरिये हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाई है। राहुल गांधी ने एक बयान में कथित तौर पर कहा कि राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में बॉलीवुड अभिनेता और बड़े उद्योगपति तो नजर आए, लेकिन वहां कोई गरीब, मजदूर, किसान और बढ़ई नहीं दिखाई दिया।
यादव ने इंदौर में संवाददाताओं से कहा, "राहुल गांधी चुनाव में अपनी पार्टी का प्रचार करें और अपने मुद्दे जनता के सामने रखें, यह अलग बात है। लेकिन, उन्हें दुनिया भर के करोड़ों हिंदुओं का अपमान करने का कोई अधिकार नहीं है। राम मंदिर पर दिए बयान के लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए।" मुख्यमंत्री ने कहा कि जन भावनाओं के आधार पर कई वर्षों के संघर्ष के बाद अयोध्या में राम मंदिर बनाया गया और प्राण-प्रतिष्ठा के बाद इसके गर्भगृह में रामलला का प्रवेश हुआ।
यादव ने कहा,"इस आयोजन (राम मंदिर का प्राण-प्रतिष्ठा समारोह) का राहुल गांधी ने जिस तरह से उपहास उड़ाया है, यह उनकी बहुत हल्की हरकत है। मैं इसकी घोर निंदा करता हूं। उनके इस कृत्य से पूरा देश आक्रोश से भर उठा है।" मुख्यमंत्री ने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे इस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को समझाएंगे कि उन्हें राम मंदिर पर अपमानजनक बात नहीं बोलनी चाहिए।
उन्होंने कांग्रेस पर हिंदुओं से अनुचित बर्ताव करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जनता चुनावों में इसका हिसाब चुकता करती है और यही कारण है कि पिछले तीन लोकसभा चुनावों से कांग्रेस केंद्र की सत्ता से दूर है। यादव ने कहा,"वैसे यह सत्ता का नहीं, बल्कि जन भावनाओं का सवाल है। जनता के भावनात्मक मुद्दों और उनकी आस्था के केंद्र को चोट पहुंचाना किसी भी प्रकार से उचित नहीं माना जा सकता।"