Edited By Parveen Kumar,Updated: 05 Sep, 2024 09:04 PM
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सिंधुदुर्ग जिले में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने की घटना के लिए महाराष्ट्र के प्रत्येक नागरिक से माफी मांगनी चाहिए, साथ ही उन्हें नोटबंदी, किसान...
नेशनल डेस्क : लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सिंधुदुर्ग जिले में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने की घटना के लिए महाराष्ट्र के प्रत्येक नागरिक से माफी मांगनी चाहिए, साथ ही उन्हें नोटबंदी, किसान विरोधी विधेयकों और जीएसटी के लिए भी माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस पार्टी के दिवंगत नेता पतंगराव कदम की यहां प्रतिमा का अनावरण करने के बाद गांधी एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। गांधी ने कहा, "मैं प्रधानमंत्री से पूछना चाहता हूं कि उन्होंने किस बात के लिए माफी मांगी है, क्या इसलिए कि शिवाजी की प्रतिमा बनाने का ठेका आरएसएस के एक ऐसे व्यक्ति को दिया गया जिसके पास कोई पात्रता नहीं थी या इस प्रक्रिया में भ्रष्टाचार के लिए।"
महाराष्ट्र में शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने की घटना को लेकर राज्य की भाजपा-शिवसेना-राकांपा सरकार की आलोचना होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य के अपने दौरे के दौरान कहा था कि वह महान राजा, अपने "देवता" और उन लोगों से माफी मांगते हैं जिनकी भावनाएं आहत हुई हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार शिंदे और पृथ्वीराज चव्हाण तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) प्रमुख शरद पवार पश्चिमी महाराष्ट्र के शहर सांगली में आयोजित समारोह में शामिल हुए, जो कांग्रेस का पारंपरिक गढ़ है। हालांकि महा विकास आघाडी में सहयोगी शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे इस समारोह में शामिल नहीं थे। सांगली लोकसभा सीट पर शिवसेना (यूबीटी) उम्मीदवार कांग्रेस के बागी विशाल पाटिल से हार गए थे।
कांग्रेस नेता गांधी ने कहा कि मोदी को जवाब देना चाहिए कि सारे ठेके केवल "अदाणी और अंबानी" को ही क्यों दिए जाते हैं और वह केवल "दो व्यक्तियों" के लिए सरकार क्यों चला रहे हैं? उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने "किसान विरोधी कानूनों" के लिए माफी नहीं मांगी है, जिन्हें बाद में विरोध के कारण वापस ले लिया गया था। उन्होंने मांग की कि मोदी नोटबंदी और "गलत" माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के लिए माफी मांगें। गांधी ने कहा कि कांग्रेस की विचारधारा महाराष्ट्र का डीएनए है। उन्होंने साथ ही आश्वासन दिया कि आगामी विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान जहां भी आवश्यकता होगी, वे मौजूद रहेंगे। गांधी ने आरोप लगाया कि मोदी मणिपुर नहीं गए, जो गृहयुद्ध जैसी स्थिति का सामना कर रहा है क्योंकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने खुद पूर्वोत्तर राज्य को आग में झोंक दिया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि ‘‘दो व्यक्तियों'' के लाभ के लिए छोटे और मध्यम व्यवसायों को खत्म किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अदाणी और अंबानी समूह रोजगार पैदा नहीं कर सकते। रायबरेली से सांसद राहुल गांधी ने कहा कि दिवंगत पतंगराव कदम ने अपना जीवन कांग्रेस पार्टी, महाराष्ट्र और देश को समर्पित कर दिया और विकास एवं शिक्षा के प्रसार के लिए काम किया। गांधी ने कहा कि जब इंदिरा गांधी लोकसभा चुनाव हार गईं तो कदम उनके साथ खड़े रहे और यहां तक कि रात दो बजे एक जनसभा आयोजित की। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र हमेशा एक प्रगतिशील राज्य रहा है और छत्रपति शिवाजी महाराज, छत्रपति शाहू महाराज, डॉ. बी. आर. आंबेडकर और महात्मा ज्योतिराव फुले ने प्रगतिशील मार्ग दिखाया जिससे हर कोई प्रेरणा लेता है।
गांधी ने कहा, ‘‘इन महानुभावों की विचारधारा कांग्रेस जैसी ही है। कांग्रेस की विचारधारा महाराष्ट्र का डीएनए है। आज की राजनीति दो विचारधाराओं के बीच की लड़ाई है। हम सामाजिक प्रगति चाहते हैं और सबको साथ लेकर चलना चाहते हैं, जबकि भाजपा कुछ चुनिंदा लोगों का विकास चाहती है।'' विपक्ष के नेता गांधी ने आरोप लगाया कि भाजपा चाहती है कि जातिगत संरचना वैसी ही बनी रहे, संविधान को खत्म कर दिया जाए, निर्वाचन आयोग, शैक्षणिक संस्थानों, कानूनी व्यवस्था और नौकरशाही पर कब्जा कर लिया जाए। उन्होंने कहा, ‘‘इन संस्थानों में शामिल होने के लिए केवल एक ही योग्यता होनी चाहिए कि आप आरएसएस से हों।'' जातिगत जनगणना की अपनी मांग को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि इससे यह पता चल जाएगा कि विभिन्न सामाजिक स्तरों में कितने लोग हैं और देश की संपत्ति और निर्णय लेने में उनकी क्या हिस्सेदारी है।