Edited By Radhika,Updated: 28 Dec, 2024 06:11 PM
देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का राजकीय सम्मान के साथ शनिवार को निगम बोध घाट पर अंतिम संस्कार किया गया है। निगम बोध घाट पर अंतिम संस्कार के फैसले के बाद से राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और दिल्ली के...
नेशनल डेस्क: देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का राजकीय सम्मान के साथ शनिवार को निगम बोध घाट पर अंतिम संस्कार किया गया है। निगम बोध घाट पर अंतिम संस्कार के फैसले के बाद से राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसे पूर्व प्रधानमंत्रियों के प्रति सम्मान की परंपरा का उल्लंघन बताया है। दोनों नेताओं का कहना है कि इस कदम से देश के नेताओं की इज्जत कम हो रही है।
राहुल गांधी ने कहा कि आज, डॉ. मनमोहन सिंह जी का अंतिम संस्कार निगमबोध घाट पर करके सरकार ने उनका अपमान किया गया है। राहुल गांधी ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह भारत माता के महान बेटे और सिख समुदाय के पहले प्रधानमंत्री थे। वह एक दशक तक प्रधानमंत्री पर पर रहे। उन्होंने इस समय के दौरान उन्होंने भारत को एक महाशक्ति बना दिया है। उनके द्वारा बनाई गई नीतियां आज भी गरीबों और पिछड़े वर्गों के लिए सहारा हैं। राहुल ने यह भी कहा कि अब तक सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों का अंतिम संस्कार सम्मानजनक स्थानों पर हुआ, ताकि लोग बिना किसी परेशानी के उनका अंतिम दर्शन कर सकें। डॉ. मनमोहन सिंह को भी ऐसे ही सम्मानजनक स्थान पर अंतिम संस्कार मिलना चाहिए था।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह जी का अंतिम संस्कार निगम बोध घाट पर किया गया, जबकि अब तक भारत के सभी प्रधानमंत्रियों का अंतिम संस्कार राजघाट पर किया जाता था। केजरीवाल ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह सिख समाज से थे और पूरी दुनिया में प्रसिद्ध थे। वे 10 सालों तक पीएम रहे, लेकिन बीजेपी सरकार ने उनके अंतिम संस्कार और समाधि के लिए 1000 गज़ जमीन भी नहीं दी।