Edited By Mahima,Updated: 19 Dec, 2024 02:06 PM
संसद परिसर में कांग्रेस और भाजपा के सांसदों के बीच धक्का-मुक्की हुई। भाजपा सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत घायल हो गए, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने राहुल गांधी पर शारीरिक हिंसा का आरोप लगाया, जबकि कांग्रेस...
नेशनल डेस्क: संसद परिसर में आज भाजपा और कांग्रेस के सांसदों के बीच जमकर भिड़ंत हुई। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा के नेतृत्व में इंडिया ब्लॉक के सांसदों ने बाबा साहेब अंबेडकर की प्रतिमा से मकर द्वार तक विरोध मार्च निकाला, जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की टिप्पणी पर माफी की मांग की गई और उनका इस्तीफा भी मांगा गया। इसी दौरान भाजपा सांसदों और विपक्षी नेताओं के बीच हाथापाई और धक्का-मुक्की हुई, जिससे संसद परिसर में राजनीतिक तनाव बढ़ गया।
क्या हुआ घटनाक्रम?
कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन के दौरान भाजपा सांसदों ने हाथों में डंडे और प्लेकार्ड लेकर विपक्षी सांसदों को संसद में प्रवेश से रोकने की कोशिश की। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, प्रियंका गांधी और अन्य महिला सांसदों के साथ भाजपा सांसदों ने धक्का-मुक्की की। जैसे ही राहुल गांधी प्रवेश करने का प्रयास कर रहे थे, धक्का-मुक्की और हाथापाई हो गई। इस दौरान भाजपा सांसद प्रताप चंद्र सारंगी और मुकेश राजपूत घायल हो गए। सारंगी को चोट लगी और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि मुकेश राजपूत की हालत गंभीर बताई जा रही है और उन्हें आईसीयू में रखा गया। इस घटनाक्रम के बाद भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने उनके सांसदों को जानबूझकर धक्का दिया, जिससे उनकी हालत गंभीर हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस घटनाक्रम पर चिंता जताई और घायल सांसदों का हाल-चाल लिया।
प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा नेताओं का रिएक्शन
प्रधानमंत्री मोदी ने इस घटना पर घायलों का हाल जाना और प्रताप सारंगी से फोन पर बात की। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, पीयूष गोयल और प्रहलाद जोशी ने भी अस्पताल जाकर घायलों का हाल-चाल लिया। शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना को "संसदीय इतिहास का काला दिन" करार दिया और कहा कि इसने लोकतंत्र की मर्यादा को तार-तार कर दिया है। उन्होंने राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी को गुंडागर्दी का दोषी ठहराया और इसे भारत के संसदीय इतिहास में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना बताया।
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू का बयान
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने इस मामले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस सांसदों ने जानबूझकर भाजपा सांसदों के विरोध प्रदर्शन में घुसकर शारीरिक ताकत दिखाई। उन्होंने राहुल गांधी को दोषी ठहराते हुए कहा, "राहुल गांधी ने प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत को बुरी तरह घायल किया। यह शारीरिक हमला था, जो हम पूरी तरह से निंदा करते हैं। संसद शारीरिक ताकत दिखाने का स्थान नहीं है।" रिजिजू ने यह भी कहा कि राहुल गांधी को यह अधिकार किस कानून ने दिया कि वह किसी सांसद को शारीरिक रूप से असॉल्ट करें। उन्होंने आगे कहा कि अब हम देखेंगे कि इस मामले में आगे क्या एक्शन लिया जा सकता है।
बांसुरी स्वराज का FIR की धमकी
बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज ने राहुल गांधी के खिलाफ FIR दर्ज कराने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने जानबूझकर शारीरिक हिंसा का सहारा लिया और इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसी तरह से टीडीपी सांसद बायरेड्डी शबरी ने भी राहुल गांधी के खिलाफ कार्रवाई की बात कही।
खड़गे का लोकसभा अध्यक्ष को पत्र
वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से इस घटना की जांच की मांग की है। खड़गे ने पत्र में कहा कि मकर द्वार पर भाजपा सांसदों ने उन्हें धक्का दिया, जिससे उनके घुटने में चोट लगी। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष से घटना की निष्पक्ष जांच करने का अनुरोध किया है।