Edited By Utsav Singh,Updated: 29 Sep, 2024 10:01 AM
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने हाल ही में विदेश मंत्री एस जयशंकर को एक महत्वपूर्ण पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने 37 तमिल मछुआरों की गिरफ्तारी का मुद्दा उठाया है, जिन्हें श्रीलंकाई अधिकारियों ने हाल ही में गिरफ्तार...
नेशनल डेस्क : लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने हाल ही में विदेश मंत्री एस जयशंकर को एक महत्वपूर्ण पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने 37 तमिल मछुआरों की गिरफ्तारी का मुद्दा उठाया है, जो श्रीलंकाई अधिकारियों द्वारा हाल में की गई है।
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गिरफ्तारी का विवरण
राहुल गांधी ने अपने पत्र में बताया कि 21 सितंबर, 2024 को 37 तमिल मछुआरों को गिरफ्तार किया गया और उनकी नावें जब्त की गईं। उन्होंने इस मुद्दे को लेकर विदेश मंत्री से अनुरोध किया कि श्रीलंकाई अधिकारियों के समक्ष इस मामले को उठाएं और मछुआरों तथा उनकी नावों की तुरंत रिहाई सुनिश्चित करें।
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मछुआरों का बचाव
राहुल गांधी ने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि मयिलादुथुराई संसदीय क्षेत्र से लोकसभा सांसद और अधिवक्ता आर सुधा ने उन्हें सूचित किया था कि गिरफ्तार किए गए मछुआरे उस दिन एक संकट में फंसी श्रीलंकाई नाव को बचाने की कोशिश कर रहे थे। इस दौरान, मछुआरों ने श्रीलंकाई अधिकारियों से सहायता के लिए भी संपर्क किया था। इसके बावजूद, इन मछुआरों को अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा पार करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। राहुल गांधी ने इस घटना पर चिंता व्यक्त की है और कहा कि मछुआरों की मदद करने के प्रयास को गलत तरीके से देखा गया। उन्होंने इस मुद्दे को उठाने की अपील की है ताकि मछुआरों को तुरंत रिहा किया जा सके।
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अनुचित कार्रवाई की निंदा
राहुल गांधी ने पत्र में यह भी कहा कि जब्त की गई मछली पकड़ने वाली नावें सामूहिक संसाधनों से खरीदी गई थीं। उन्होंने श्रीलंकाई अधिकारियों की कार्रवाई की कड़ी निंदा की, जो भारतीय मछुआरों की नावों और उनकी संपत्तियों को अनुचित तरीके से जब्त कर रहे हैं और उन पर भारी जुर्माना भी लगा रहे हैं। गांधी ने कहा कि ऐसी घटनाएं मछुआरों की livelihoods को प्रभावित करती हैं और इनकी रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने सरकार से अपील की कि वे इस मामले को गंभीरता से लें और मछुआरों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाएं।
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अपील का महत्व
उन्होंने अपने पत्र में जोर दिया कि इस मामले को तुरंत श्रीलंकाई अधिकारियों के सामने उठाना चाहिए ताकि मछुआरों और उनकी नावों की रिहाई सुनिश्चित हो सके। राहुल गांधी का यह पत्र न केवल मछुआरों के अधिकारों की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारत और श्रीलंका के बीच संबंधों को भी प्रभावित कर सकता है।
इस पत्र के माध्यम से राहुल गांधी ने सरकार से तत्काल कार्रवाई की अपील की है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि मछुआरों की सुरक्षा और उनके अधिकारों को लेकर उनकी चिंता गहरी है।