Train Ticket Rules: जानें बच्चों के ट्रेन टिकट पर रेलवे का नियम, वरना हो सकती है बड़ी परेशानी!

Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 06 Apr, 2025 12:18 PM

railway rules on children s train tickets otherwise there can be big trouble

भारतीय रेलवे करोड़ों यात्रियों की रोजाना की यात्रा का सहारा है और इनमें बड़ी संख्या उन परिवारों की होती है जो बच्चों के साथ सफर करते हैं। अगर आप भी अपने बच्चों के साथ ट्रेन में सफर करने की योजना बना रहे हैं तो रेलवे के बच्चों से जुड़े टिकट नियमों की...

नेशनल डेस्क: भारतीय रेलवे करोड़ों यात्रियों की रोजाना की यात्रा का सहारा है और इनमें बड़ी संख्या उन परिवारों की होती है जो बच्चों के साथ सफर करते हैं। अगर आप भी अपने बच्चों के साथ ट्रेन में सफर करने की योजना बना रहे हैं तो रेलवे के बच्चों से जुड़े टिकट नियमों की जानकारी होना बहुत जरूरी है। एक छोटी सी जानकारी की कमी आपके सफर में परेशानी, जुर्माने या सीट के झंझट का कारण बन सकती है। इस रिपोर्ट में हम आपको आसान भाषा में समझाएंगे कि बच्चों के ट्रेन टिकट को लेकर रेलवे के क्या नियम हैं, कितनी उम्र पर क्या टिकट लगेगा, किसे फ्री में यात्रा करने की सुविधा है और कहां आपको पूरा किराया देना होगा।

5 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए क्या नियम हैं?

रेलवे के नियम के मुताबिक अगर बच्चे की उम्र 5 साल से कम है तो उसके लिए कोई टिकट नहीं लगता। यानी वह मुफ्त में सफर कर सकता है। यह नियम जनरल और रिजर्व दोनों क्लास में लागू होता है। लेकिन ध्यान रखें — ऐसे बच्चों को अलग से बर्थ नहीं दी जाती। उन्हें माता-पिता या अभिभावकों की सीट पर ही बैठना या लेटना होता है। यदि आप अपने 5 साल से कम उम्र के बच्चे के लिए अलग से बर्थ चाहते हैं तो आपको उसके लिए भी पूरा किराया देना होगा, ठीक वैसे ही जैसे किसी वयस्क यात्री के लिए दिया जाता है।

5 से 12 साल के बच्चों के लिए क्या है किराया?

अगर बच्चे की उम्र 5 साल से ज्यादा लेकिन 12 साल से कम है तो उसका आधा टिकट लगता है। यानी आपको किराए का 50% ही देना होता है। हालांकि, यह छूट तभी मिलेगी जब आप बर्थ (सीट) की मांग नहीं करेंगे। अगर आपने बुकिंग के समय बच्चे के लिए सीट मांगी है तो आपको पूरा किराया देना पड़ेगा। रेलवे कुछ क्लासेस में नो सीट ऑप्शन (NSOB) की सुविधा नहीं देता। यानी इन श्रेणियों में आप आधा टिकट लेकर बिना सीट के यात्रा नहीं कर सकते।

इन क्लासेस में देना होगा पूरा किराया

इन सभी श्रेणियों में बच्चे के लिए चाहे आप सीट मांगें या नहीं, आपको पूरा टिकट ही लेना होगा।

12 साल या उससे अधिक उम्र में क्या नियम है?

यदि बच्चा 12 साल या उससे ज्यादा उम्र का है तो रेलवे उसे व्यस्क की तरह मानता है और उसके लिए पूरा टिकट लेना अनिवार्य होता है। इस उम्र के बाद किसी भी प्रकार की किराया छूट नहीं मिलती है, चाहे वह बर्थ ली गई हो या नहीं।

क्या डॉक्यूमेंट दिखाना जरूरी है?

जी हां। अगर आप रेलवे के इन नियमों का लाभ उठाना चाहते हैं और बच्चे के लिए फ्री या हाफ टिकट लेते हैं तो रेलवे आपकी बुकिंग के समय या यात्रा के दौरान बच्चे की उम्र का प्रमाण मांग सकता है। आपको दिखाने के लिए निम्न दस्तावेज रखने चाहिए:

  • बर्थ सर्टिफिकेट (जन्म प्रमाण पत्र)

  • आधार कार्ड या कोई अन्य सरकारी पहचान पत्रइन दस्तावेजों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि बच्चे की उम्र सही है और कोई यात्री इस नियम का गलत फायदा न उठा सके।

जुर्माने से कैसे बचें?

अगर आप अपने 5 साल से ज्यादा उम्र के बच्चे को बिना टिकट यात्रा कराते हैं, तो पकड़े जाने पर आपको जुर्माना देना पड़ सकता है। इसलिए बेहतर है कि बुकिंग करते समय ही सही उम्र दर्ज करें और नियमों के अनुसार टिकट लें।

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