Edited By Radhika,Updated: 29 Jan, 2025 01:47 PM
प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में मौनी अमावस्या के शाही स्नान के लिए भारी संख्या में लोग पहुंचे। संगम नोज में भारी भीड़ के चलते भगदड़ भी मचने से हालात भी बिगड़े। अचानक मची इस भगदड़ में 10 लोगों की मौत हुई, जबकि कुछ लोग घायल भी हुए।
नेशनल डेस्क: प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में मौनी अमावस्या के शाही स्नान के लिए भारी संख्या में लोग पहुंचे। संगम नोज में भारी भीड़ के चलते भगदड़ भी मचने से हालात भी बिगड़े। अचानक मची इस भगदड़ में 10 लोगों की मौत हुई, जबकि कुछ लोग घायल भी हुए। घटनास्थल पर तुरंत बचाव कार्य शुरू कर दिया गया और घायलों को अस्पताल में भर्ती किया गया। पुलिस और प्रशासन ने भीड़ को संभालने के लिए विभिन्न रास्तों को खोला और कई स्थानों पर अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई।
इस घटना के बाद से प्रयागराज जाने के लिए अलग- अलग शहरों से चलने वाली ट्रेनों को रोका गया था, लेकिन बाद में इनका संचालन शुरु कर दिया गया था। इस दौरान श्रद्धालुओं को स्टेशन पर ही घंटों इंतजार करना पड़ा, इससे कई श्रद्धालुओं में नाराजगी भी दिखी।
रेलवे का कहना है कि काशी से प्रयागराज जाने के लिए 8 स्पेशल ट्रेन चलाई जा रही हैं। स्टेशन पर भीड़ को ध्यान में रखते हुए यात्रियों को होल्डिंग एरिया में रोका जा रहा है और ट्रेन आने के बाद आरपीएफ की मदद से उन्हें प्लेटफार्म तक लाया जा रहा है, ताकि कोई दुर्घटना न हो। कैंट स्टेशन के डायरेक्टर अर्पित गुप्ता ने बताया कि फिलहाल प्रयागराज जाने वाली कोई ट्रेन रद्द नहीं की गई है और कंट्रोल रूम से भी ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली है।
आंकड़ों के अनुसार, वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन पर करीब डेढ़ लाख श्रद्धालु मौजूद हैं। वहीं, बस अड्डे पर भी स्थिति खराब है। भीड़ के कारण स्टेशन की व्यवस्थाएं ठीक से काम नहीं कर पा रही हैं और यात्री ट्रेनों पर चढ़ने के लिए मारामारी कर रहे हैं। शहर में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ है। काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं को 4 से 5 घंटे लंबी लाइन में इंतजार करना पड़ रहा है।