Edited By Rohini Oberoi,Updated: 23 Feb, 2025 12:15 PM
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भारतीय रेलवे ने महाकुंभ 2025 के दौरान तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए रिकॉर्ड 14,000 से अधिक ट्रेनें चलाईं। इन ट्रेनों के माध्यम से 12 से 15 करोड़ श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे। रेलवे की इस व्यापक व्यवस्था ने महाकुंभ को सुगम और व्यवस्थित बनाने में अहम...
नेशनल डेस्क। भारतीय रेलवे ने महाकुंभ 2025 के दौरान तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए रिकॉर्ड 14,000 से अधिक ट्रेनें चलाईं। इन ट्रेनों के माध्यम से 12 से 15 करोड़ श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे। रेलवे की इस व्यापक व्यवस्था ने महाकुंभ को सुगम और व्यवस्थित बनाने में अहम भूमिका निभाई।
महत्वपूर्ण आंकड़े
➤ महाकुंभ क्षेत्र में कुल 3.6 करोड़ श्रद्धालुओं ने रेलवे सेवाओं का उपयोग किया।
➤ 92% ट्रेनें मेल, एक्सप्रेस, सुपरफास्ट, पैसेंजर और MEMU सेवाओं के रूप में थीं।
➤ 472 राजधानी ट्रेनें और 282 वंदे भारत ट्रेनों का संचालन किया गया।
राज्यवार ट्रेन संचालन
➤ उत्तर प्रदेश: 6,436 ट्रेनें
➤ दिल्ली: 1,343 ट्रेनें
➤ बिहार: 1,197 ट्रेनें
➤ महाराष्ट्र: 740 ट्रेनें
➤ पश्चिम बंगाल: 560 ट्रेनें
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➤ मध्य प्रदेश: 400 ट्रेनें
➤ गुजरात: 310 ट्रेनें
➤ राजस्थान: 250 ट्रेनें
➤ असम: 180 ट्रेनें
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प्रयागराज के प्रमुख रेलवे स्टेशन और उनकी भूमिका
➤ प्रयागराज जंक्शन: 5,332 ट्रेनें
➤ सुबेदारगंज: 4,313 ट्रेनें
➤ नैनी: 2,017 ट्रेनें
➤ छीओकी: 1,993 ट्रेनें
➤ प्रयाग जंक्शन: 1,326 ट्रेनें
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➤ झूसी: 1,207 ट्रेनें
➤ फाफामऊ: 1,010 ट्रेनें
➤ प्रयागराज-रामबाग: 764 ट्रेनें
➤ प्रयागराज-संगम: 515 ट्रेनें
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की सक्रियता: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेलवे बोर्ड के वार रूम का निरीक्षण किया और प्रयागराज से चलने वाली ट्रेनों की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सतीश कुमार को तीर्थयात्रियों की सुविधाओं के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए।
अंत में कहा जा सकता है कि भारतीय रेलवे की इस अभूतपूर्व व्यवस्था ने महाकुंभ 2025 को सफल और व्यवस्थित बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।