Edited By rajesh kumar,Updated: 02 Nov, 2024 02:24 PM
राजस्थान के जयपुर में एक दर्दनाक हादसा पेश आया है। यहां दिवाली का त्योहार मनाने के बजाय भरतपुर जिले के एक गांव में मातम छा गया है। गांव नगला बंडा में दिवाली के दिन एक बड़ा हादसा हुआ, जिसमें दादा और उसके दो पोते नदी में डूब गए। तीनों की मृत्यु से...
नेशनल डेस्क: राजस्थान के जयपुर में एक दर्दनाक हादसा पेश आया है। यहां दिवाली का त्योहार मनाने के बजाय भरतपुर जिले के एक गांव में मातम छा गया है। गांव नगला बंडा में दिवाली के दिन एक बड़ा हादसा हुआ, जिसमें दादा और उसके दो पोते नदी में डूब गए। तीनों की मृत्यु से पूरा गांव शोक में डूब गया और चूल्हे तक नहीं जले।
जानें पूरा मामला
गुरुवार को विश्राम सिंह गुर्जर (60) अपने दो पोतों, अंकित (7) और योगेश (14) के साथ बकरी चराने गए थे। इस दौरान तीनों नदी में डूब गए। एसडीआरएफ की टीम ने काफी समय तक खोजबीन की, जिसमें पहले बुजुर्ग और एक पोते का शव बाहर निकाला गया। दूसरे पोते का शव खोजने में काफी समय लगा, लेकिन शुक्रवार दोपहर को 30 घंटे बाद उसे भी नदी से निकाल लिया गया।
अंतिम संस्कार देख आंखों में आए आंसू
बयाना सदर थाना प्रभारी बलराम यादव ने बताया कि परिजनों की उपस्थिति में तीनों शवों का पोस्टमार्टम कराया गया। इसके बाद, शुक्रवार को सभी का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया। दादा और पोतों का एक साथ अंतिम संस्कार देखकर गांव के लोग दुखी हो गए और सैकड़ों की आंखों में आंसू आ गए। इस दुखद घटना ने गांव में दिवाली की खुशियों को छीन लिया और सभी ने इस बार त्योहार मनाने का निर्णय नहीं लिया।