Edited By Anu Malhotra,Updated: 11 Dec, 2023 11:05 AM
उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने राज्यसभा में शुक्रवार को नमाज के लिए दिए जाने वाले 30 मिनट के अतिरिक्त ब्रेक को हटाया, नियमों में बदलाव किया। जगदीप धनखड़ ने 8 दिसंबर को सदन को बताया कि लोकसभा के समय के साथ मिलान करने के लिए...
नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने राज्यसभा में शुक्रवार को नमाज के लिए दिए जाने वाले 30 मिनट के अतिरिक्त ब्रेक को हटाया, नियमों में बदलाव किया। जगदीप धनखड़ ने 8 दिसंबर को सदन को बताया कि लोकसभा के समय के साथ मिलान करने के लिए शुक्रवार को बैठकों का समय बदल दिया गया है। अब सदन के मुसलमान सदस्यों को जुमे की नमाज के लिए दिया जाने वाला 30 मिनट का समय खत्म कर दिया गया है।
राज्यसभा के उपसभापति धनखड़ ने यह तब कहा जब डीएमके सांसद तिरुचि एन. शिवा ने बताया कि कामकाज की संशोधित सूची में शुक्रवार, 8 दिसंबर को दोपहर 2 बजे एक एजेंडा सूचीबद्ध किया गया था। उन्होंने यह मामला इसलिए उठाया क्योंकि राज्यसभा में प्रक्रिया और संचालन नियमों के मुताबिक शुक्रवार को 30 मिनट का अतिरिक्त लंच ब्रेक दिया जाता है, ताकि उच्च सदन के मुस्लिम सदस्य नमाज अदा कर सकें।
सदन की नियम पुस्तिका के मुताबिक राज्यसभा सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक और फिर दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक चलती है। दोपहर 1 बजे से दोपहर 2 बजे तक एक घंटे का लंच ब्रेक होता है लेकिन शुक्रवार को सदन की बैठक दोपहर के भोजन के बाद 2.30 बजे बैठती है। हालांकि इसका उल्लेख नहीं किया गया है, लेकिन यह मानना है कि शुक्रवार को नमाज के लिए इस अतिरिक्त ब्रेक की अनुमति है।
बता दें कि लोकसभा में शुक्रवार को नमाज ब्रेक नहीं होती यह प्रथा केवल राज्यसभा में थी जिसे लेकर जगदीप धनखड़ ने कहा कि लोकसभा दोपहर 2 बजे बैठती है. संसद का अभिन्न अंग होने के नाते, लोकसभा और राज्यसभा को जहां तक संभव हो, एक ही समय का पालन करने की जरूरत है।