Edited By Mahima,Updated: 05 Sep, 2024 09:52 AM
भारतीय फैशन और फिल्म इंडस्ट्री में चमक-धमक और ग्लैमर के पीछे की सच्चाई अक्सर छिपी रहती है। हाल ही में मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में हेमा कमेटी की रिपोर्ट ने इस मुद्दे को उजागर किया, जिसमें शारीरिक और मानसिक शोषण के गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
नेशनल डेस्क: भारतीय फैशन और फिल्म इंडस्ट्री में चमक-धमक और ग्लैमर के पीछे की सच्चाई अक्सर छिपी रहती है। हाल ही में मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में हेमा कमेटी की रिपोर्ट ने इस मुद्दे को उजागर किया, जिसमें शारीरिक और मानसिक शोषण के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इस रिपोर्ट के बाद कई मॉडल्स और कलाकारों ने इस ग्लैमरस दुनिया की काली हकीकत को उजागर किया है, जो सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री तक सीमित नहीं है, बल्कि फैशन और मॉडलिंग की दुनिया में भी गहराई से पैठी हुई है।
मॉडल्स के खुलासे
एक मॉडल ने बताया कि फैशन इंडस्ट्री में युवा लड़कियों को कई बार शिकारियों के बीच फंसा दिया जाता है, जहां कोई भी नियम या कायदा नहीं होता। यहां कामयाब रहने के लिए चुप रहना ही सबसे बेहतर तरीका माना जाता है। वह बताती हैं, "छोटे शहर से आई लड़कियों को बड़े शहरों में एंट्री के लिए कई समझौतों का सामना करना पड़ता है। एजेंट्स अक्सर ऐसी स्थितियों का सामना कराते हैं जहां मॉडल्स को अपनी मर्जी से हटकर काम करना पड़ता है।" एक अन्य मॉडल ने अपने अनुभव साझा किए, “मैं 18 साल की थी जब मुझे एक बड़े फैशन शो के लिए चुना गया। लेकिन वहाँ पहुंचते ही मुझे कई अनचाही मांगों का सामना करना पड़ा। जैसे ही मैंने इनकार किया, मुझे यह अहसास हुआ कि प्रतिस्पर्धा इतनी कठिन है कि कोई भी आपकी जगह ले सकता है।”
फैशन इंडस्ट्री में शोषण
इन खुलासों में यह भी सामने आया है कि मॉडल्स को कई बार अपनी शारीरिक उपस्थिति और फिटनेस को लेकर बहुत दबाव महसूस करना पड़ता है। एक मॉडल ने बताया, "हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती यही है कि अपना वजन कम रखने के लिए अनगिनत तरीके अपनाने पड़ते हैं। कभी जूस पीकर भूख को दबाना पड़ता है, कभी उल्टियां करनी पड़ती हैं ताकि वजन कम रहे।" इसके अलावा, कई मॉडल्स ने यह भी बताया कि फैशन शो और फोटोशूट के दौरान उन्हें काफी असुविधाजनक स्थितियों का सामना करना पड़ता है। एक मॉडल ने कहा, "शूट के दौरान हमें अपने कपड़े बदलने के लिए बार-बार अज्ञात लोगों के सामने रहना पड़ता है, जो हमें लगातार देख रहे होते हैं। यह सबकुछ हमारी मानसिक स्थिति पर बहुत बुरा असर डालता है।"
फैशन वर्ल्ड की वास्तविकता
मॉडल्स ने यह भी बताया कि उन्हें अक्सर ‘गॉडफादर’ या प्रभावशाली लोगों की मदद के बिना काम में सफलता नहीं मिलती। एक मॉडल ने खुलासा किया, "यहाँ तक कि अगर आप बहुत अच्छा काम भी कर रही हों, तो आपको काम दिलवाने के लिए किसी बड़े नाम की मदद लेनी पड़ती है। कई बार आपको ऐसे लोगों के साथ काम करना पड़ता है जो आपके काम की कद्र नहीं करते और आप पर अपनी शक्ति का उपयोग करते हैं।"
नैतिकता और अनुशासन की कमी
फैशन इंडस्ट्री में नैतिकता और अनुशासन की भारी कमी है। एजेंट्स और क्लाइंट्स अक्सर मॉडल्स से अनुचित व्यवहार करते हैं और काम के नाम पर उन्हें मानसिक और शारीरिक शोषण का सामना करना पड़ता है। मॉडल्स ने बताया कि इस इंडस्ट्री में कई बार काम पाने के लिए व्यक्तिगत सीमाएं पार करनी पड़ती हैं, जो कि लंबे समय तक सहन करना मुश्किल होता है। फैशन और फिल्म इंडस्ट्री की चमक-धमक के पीछे की यह काली हकीकत समाज को यह सोचने पर मजबूर करती है कि क्या इस ग्लैमरस दुनिया के पीछे छिपी सच्चाई को सही ढंग से समझा जा सकता है। मॉडल्स और कलाकारों की आवाज़ को सुनना और उनके संघर्षों को समझना बेहद महत्वपूर्ण है ताकि इस उद्योग में सुधार हो सके और शोषण के खिलाफ ठोस कदम उठाए जा सकें।