Edited By Rahul Rana,Updated: 09 Apr, 2025 05:01 PM
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान ब्याज दरों में भविष्य में होने वाले बदलावों के बारे में बात की। जब उनसे पूछा गया कि क्या भविष्य में ब्याज दरों में और कटौती होगी, तो उन्होंने एक दिलचस्प...
नेशनल डेस्क: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान ब्याज दरों में भविष्य में होने वाले बदलावों के बारे में बात की। जब उनसे पूछा गया कि क्या भविष्य में ब्याज दरों में और कटौती होगी, तो उन्होंने एक दिलचस्प प्रतिक्रिया दी और कहा, "मैं संजय हूं, लेकिन महाभारत के संजय नहीं, जो भविष्य में ब्याज दरों में होने वाले बदलाव और वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच ब्याज दरों में कटौती के बारे में भविष्यवाणी कर सके।" संजय मल्होत्रा ने इस बयान से यह स्पष्ट किया कि जबकि आरबीआई और सरकार का उद्देश्य वृद्धि और मुद्रास्फीति की स्थिति को नियंत्रित करना है, लेकिन यह पूरी तरह से भविष्यवाणी करना मुश्किल है कि ब्याज दरों में आगे क्या होगा। उनके बयान ने इस बात को रेखांकित किया कि मौद्रिक नीति और सरकार की कार्यवाहियों का उद्देश्य देश की आर्थिक स्थिति को स्थिर रखना है, और इसके लिए सामूहिक प्रयास किए जा रहे हैं।
महाभारत के संजय का संदर्भ
संजय मल्होत्रा ने महाभारत के संजय का उदाहरण देते हुए कहा कि महाभारत के संजय को दिव्य दृष्टि प्राप्त थी, जिसके माध्यम से वह कुरुक्षेत्र के युद्ध में हो रही घटनाओं को नेत्रहीन राजा धृतराष्ट्र को बता सकते थे। हालांकि, मल्होत्रा ने कहा कि वह महाभारत के संजय नहीं हैं, और उनके पास ऐसी दिव्य दृष्टि नहीं है, जिससे वह भविष्य में ब्याज दरों की सटीक भविष्यवाणी कर सकें।
मौद्रिक नीति और सरकार के प्रयास
आरबीआई गवर्नर ने आगे कहा कि मौद्रिक नीति और राजकोषीय नीति दोनों मिलकर मुद्रास्फीति और वृद्धि के लक्ष्यों को प्राप्त करने में काम कर रही हैं। उन्होंने कहा, "यह एक संयुक्त प्रयास है। सरकार ने हाल ही में बजट में पूंजीगत व्यय में वृद्धि और कर छूट के कई उपाय किए हैं, और हमने रेपो दर में कटौती की है।"
आर्थिक स्थिति की स्थिति पर टिप्पणी
संजय मल्होत्रा ने कहा कि इस समय की आर्थिक स्थिति को देखते हुए, यह कहना मुश्किल है कि ब्याज दरों में और कटौती होगी या नहीं। उन्होंने कहा कि वह इस मामले में सटीक भविष्यवाणी करने की स्थिति में नहीं हैं। "यह कहां तक जाएगा... हम वास्तव में नहीं जानते। मैं महाभारत के संजय नहीं हूं जो इतनी दूर की भविष्यवाणी कर सकूं।"
सरकारी प्रयासों का समर्थन
गवर्नर ने यह भी कहा कि आरबीआई और सरकार मिलकर अपने देश की वृद्धि और मुद्रास्फीति की गतिशीलता को प्रबंधित करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने यह भी जोड़ा कि सरकार ने बजट में किए गए निर्णयों के माध्यम से आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाने की दिशा में कदम उठाए हैं और यह मिलकर एक समग्र प्रयास का हिस्सा है।