Edited By Rohini Oberoi,Updated: 13 Mar, 2025 12:29 PM

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 100 और 200 रुपये के नए नोट जारी करने का ऐलान किया है। इन नए नोटों के डिजाइन में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। खास बात यह है कि इन नोटों पर नए गवर्नर संजय मल्होत्रा के हस्ताक्षर होंगे। यह एक सामान्य प्रक्रिया है जिसमें हर नए...
नेशनल डेस्क। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 100 और 200 रुपये के नए नोट जारी करने का ऐलान किया है। इन नए नोटों के डिजाइन में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। खास बात यह है कि इन नोटों पर नए गवर्नर संजय मल्होत्रा के हस्ताक्षर होंगे। यह एक सामान्य प्रक्रिया है जिसमें हर नए गवर्नर की नियुक्ति के बाद उनके हस्ताक्षर वाले नोट जारी किए जाते हैं।
क्या पुराने नोट बंद हो जाएंगे?
नहीं पुराने 100 और 200 रुपये के नोट पहले की तरह चलन में रहेंगे। RBI ने साफ किया है कि इन नोटों को वापस नहीं लिया जाएगा और ये पूरी तरह मान्य रहेंगे। नए नोट जल्द ही बैंकों और एटीएम में उपलब्ध कराए जाएंगे।

भारत में कैश का इस्तेमाल बढ़ा या घटा?
रिपोर्ट के मुताबिक 2000 रुपये के नोट बंद होने के बावजूद भारत में नकद लेन-देन कम नहीं हुआ बल्कि और बढ़ गया है। आंकड़ों के अनुसार:
➤ मार्च 2017 में देश में कुल कैश सर्कुलेशन 13.35 लाख करोड़ रुपये था।
➤ मार्च 2024 तक यह बढ़कर 35.15 लाख करोड़ रुपये हो गया।

वहीं डिजिटल पेमेंट भी तेजी से बढ़ रहा है
➤ मार्च 2020 में UPI ट्रांजैक्शन 2.06 लाख करोड़ रुपये का था।
➤ फरवरी 2024 तक यह बढ़कर 18.07 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया।
➤ पूरे साल 2024 में डिजिटल ट्रांजैक्शन 172 बिलियन का हुआ।

किन राज्यों में सबसे ज्यादा कैश निकाला जाता है?
रिपोर्ट्स के अनुसार दिल्ली, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक में वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान ATM से सबसे ज्यादा पैसा निकाला गया। त्योहारों और चुनावों के समय कैश की मांग बढ़ जाती है। इसके अलावा ग्रामीण इलाकों में डिजिटल पेमेंट की सुविधा सीमित होने के कारण लोग वहां नकद लेन-देन को अधिक प्राथमिकता देते हैं। फिलहाल RBI द्वारा नए 100 और 200 रुपये के नोट जारी करने से कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा क्योंकि पुराने नोट भी मान्य रहेंगे। साथ ही डिजिटल पेमेंट्स के बढ़ते चलन के बावजूद कैश का इस्तेमाल अब भी भारत में बड़े पैमाने पर हो रहा है।