Edited By Utsav Singh,Updated: 11 Nov, 2024 02:57 PM
मंत्रालय की सालाना रिपोर्ट के अनुसार, 2023-24 में केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में कुल 1.41 लाख से अधिक पदों पर भर्ती की गई है। यह संख्या 2022-23 के मुकाबले लगभग दोगुनी है, जब 73,721 भर्तियां की गई थीं। आइए जानते हैं कि यूपीए और...
नेशनल डेस्क : नौकरी एक ऐसा विषय है, जो हमेशा चर्चा में रहता है। खासकर सरकारी नौकरी, जो लाखों लोगों का सपना होती है। हाल ही में एक रिपोर्ट आई है, जिसमें केंद्र सरकार की नौकरियों में होने वाली भर्ती की जानकारी दी गई है। इस रिपोर्ट से यह भी साफ हुआ कि 2023-24 में केंद्र सरकार की नौकरियों के लिए ढाई करोड़ से ज्यादा लोगों ने आवेदन किया था, लेकिन इनमें से डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों को नौकरी नहीं मिल पाई। आइए, इस रिपोर्ट को आसान शब्दों में समझते हैं।
2023-24 में भर्ती के लिए ढाई करोड़ से ज्यादा आवेदन
केंद्र सरकार की नौकरियों के लिए 2023-24 में कुल 2.57 करोड़ उम्मीदवारों ने आवेदन किया था। इन सभी उम्मीदवारों में से 1.41 लाख को नौकरी मिली थी। ये नौकरियां मुख्य रूप से ग्रुप-बी और ग्रुप-सी के पदों पर हुई थीं। इनमें सबसे ज्यादा भर्तियां CAPF (केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल), असम राइफल्स, और एनसीबी (नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो) जैसे संगठनों में हुईं।
पिछले साल की तुलना में दोगुनी भर्ती
2022-23 के मुकाबले 2023-24 में भर्ती संख्या में भारी वृद्धि हुई है। 2022-23 में कुल 73,721 भर्तियां हुई थीं, जबकि 2023-24 में यह आंकड़ा बढ़कर 1.41 लाख तक पहुंच गया। यह वृद्धि इस बात का संकेत है कि केंद्र सरकार ने भर्ती की प्रक्रिया को तेज किया है।
प्रमुख भर्ती एजेंसियां: एसएससी और यूपीएससी
केंद्र सरकार की भर्ती के लिए दो प्रमुख एजेंसियां हैं:
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स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (SSC)
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यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC)
एसएससी की भर्तियां
एसएससी ने 2022-23 में देशभर में कुल 32 परीक्षाएं आयोजित की थीं। इनमें से 14 परीक्षाओं के परिणाम घोषित किए गए थे। इन परीक्षाओं में 1.32 करोड़ से ज्यादा उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया था। इन परीक्षाओं के जरिए कुल 72,445 उम्मीदवारों को विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में भर्ती किया गया था। इनमें से 44,400 से ज्यादा उम्मीदवार एससी, एसटी, और ओबीसी वर्ग से थे।
यूपीएससी की भर्तियां
यूपीएससी ने 2022-23 में 15 प्रमुख परीक्षाएं आयोजित की थीं, जिनमें कुल 33 लाख से ज्यादा उम्मीदवारों ने आवेदन किया था। इन परीक्षाओं के बाद करीब 4,195 उम्मीदवारों को विभिन्न सरकारी सेवाओं में चुना गया था। इनमें से 2,721 उम्मीदवारों को सिविल सर्विस और 1,474 को डिफेंस सर्विस के लिए भर्ती किया गया था।
मोदी सरकार बनाम यूपीए सरकार: किसकी सरकार में ज्यादा भर्तियां?
पिछले साल जून में संसद में सरकार ने एक रिपोर्ट प्रस्तुत की थी, जिसमें बताया गया था कि 2014 से 2023 के बीच मोदी सरकार के तहत 8,82,189 भर्तियां की गईं। वहीं, यूपीए सरकार के तहत 2004 से 2014 तक 6,02,045 भर्तियां हुई थीं।
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मोदी सरकार (2014-2023):
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यूपीएससी के तहत 50,906 भर्तियां
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एसएससी के तहत 4,00,691 भर्तियां
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आरआरबी के तहत 4,30,592 भर्तियां
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यूपीए सरकार (2004-2014):
पिछले 4 सालों में बढ़ी नौकरियों की संख्या
भारत में रोजगार के मामले में एक और महत्वपूर्ण बदलाव हुआ है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, 2022-23 से 2023-24 में नौकरियों की संख्या में 2.5 गुना का इज़ाफा हुआ है। मार्च 2024 तक देश में कुल 64.33 करोड़ लोग नौकरी कर रहे थे, जबकि मार्च 2023 तक यह संख्या 60 करोड़ से भी कम थी।
4 साल में आठ करोड़ नौकरियां बढ़ीं
अगर हम पिछले चार सालों की बात करें, तो 2020 से 2024 के बीच करीब 8 करोड़ नई नौकरियां पैदा हुई हैं। इससे यह साफ होता है कि रोजगार के अवसर बढ़े हैं और सरकार भी इस दिशा में प्रयासरत है।
केंद्र सरकार की नौकरियों में बढ़ती भर्तियां यह दर्शाती हैं कि सरकार रोजगार के अवसरों को बढ़ाने के लिए सक्रिय है। हालांकि, अब भी लाखों लोग सरकारी नौकरियों के लिए आवेदन कर रहे हैं, और उनमें से बहुत से लोग असफल हो रहे हैं। आने वाले समय में इस संख्या में और वृद्धि की उम्मीद है, जिससे रोजगार के अवसर और बढ़ सकते हैं।