Edited By Anu Malhotra,Updated: 07 Oct, 2024 08:03 AM
सरकारी बैंकों में अब अस्थायी भर्ती का सिलसिला शुरू हो गया है, जिसमें 5,000 से 15,000 रुपये तक के मानदेय पर कर्मचारियों की नियुक्ति की जा रही है। यह प्रक्रिया अप्रेंटिसशिप योजना के तहत हो रही है, जहां युवा उम्मीदवारों को एक साल के लिए प्रशिक्षु...
नेशनल डेस्क: सरकारी बैंकों में अब अस्थायी भर्ती का सिलसिला शुरू हो गया है, जिसमें 5,000 से 15,000 रुपये तक के मानदेय पर कर्मचारियों की नियुक्ति की जा रही है। यह प्रक्रिया अप्रेंटिसशिप योजना के तहत हो रही है, जहां युवा उम्मीदवारों को एक साल के लिए प्रशिक्षु कर्मचारी के रूप में रखा जाएगा। इस योजना में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, स्टेट बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक, और इंडियन ओवरसीज बैंक ने भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है।
मुख्य बिंदु:
केनरा बैंक ने 3,000 पदों पर भर्ती का ऐलान किया है, जिसमें यूपी के लिए 325 पद हैं।
यूनियन बैंक ने 500 और इंडियन ओवरसीज बैंक ने 78 पदों पर नियुक्ति की घोषणा की है, जिसमें यूपी के लिए क्रमशः 61 और 8 पद शामिल हैं।
यह भर्तियां 21 से 25 वर्ष के युवाओं के लिए हैं, जो अप्रेंटिसशिप प्रोग्राम के तहत एक साल तक बैंकों में ट्रेनिंग प्राप्त करेंगे।
इन नियुक्तियों के माध्यम से बैंकों में कर्मचारियों की कमी को पूरा किया जाएगा, लेकिन स्थायी नौकरी की कोई गारंटी नहीं होगी।
बैंकों में कर्मचारियों की कमी:
पिछले कुछ वर्षों में सरकारी बैंकों में कर्मचारियों की संख्या में कमी आई है। 2014 में सरकारी बैंकों में 842,813 कर्मचारी थे, जो 2024 तक घटकर 764,679 रह गए हैं। इसके विपरीत, निजी बैंकों में कर्मचारियों की संख्या तेजी से बढ़ी है, जो 2014 में 303,856 थी और 2024 में 796,809 हो गई है।
इस अप्रेंटिसशिप योजना के तहत होने वाली भर्ती से सरकारी बैंकों में कर्मचारियों की कमी को दूर करने की कोशिश की जा रही है।