Edited By Anil dev,Updated: 15 Jul, 2020 06:06 PM
रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी इस समय कामयाबी की बुलंदियों पर हैं। हाल ही में वो गूगल के संस्थापकों सर्जे ब्रिन और लैरी पेज को पछाड़कर दुनिया के छठे सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं। ब्लूमबर्ग बिलिनेयर इंडेक्स के मुताबिक उनकी कुल संपत्ति 72.4...
नई दिल्ली: रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी इस समय कामयाबी की बुलंदियों पर हैं। हाल ही में वो गूगल के संस्थापकों सर्जे ब्रिन और लैरी पेज को पछाड़कर दुनिया के छठे सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं। ब्लूमबर्ग बिलिनेयर इंडेक्स के मुताबिक उनकी कुल संपत्ति 72.4 अरब डॉलर तक पहुंच गई है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि रिलायंस इंडस्ट्री के शुरुआती दिन इतनी अच्छे नहीं थे। मुकेश अम्बानी के पिता और दिग्गज कारोबारी धीरूभाई अंबानी 1958 में यमन से वापस लौटे थे। उन्होंने मसालों और टेक्सटाइल के कारोबार से शुरुआत की। यह वो दौर था, जब धीरूभाई अंबानी देश के बड़े कारोबारियों में शुमार नहीं किए जाते थे। इतना ही नहीं 1970 के दशक तक भी वह बेहद साधारण जिंदगी बिता रहे थे। अंबानी परिवार उस दौर में दक्षिण मुंबई के इलाके बालेश्वर में दो बेडरूम के फ्लैट में रहता था। मुकेश अम्बानी को अपने कर्रिएर की शुरुआत में ही रिलायंस इंडस्ट्रीज को नए मुकाम तक पहुंचाने का मौका मिला, जिसके लिए उन्होंने अपनी पढ़ाई भी छोड़ दी।