Edited By Harman Kaur,Updated: 06 Feb, 2025 06:47 PM
बिलासपुर जिले में धर्मांतरण का एक और मामला सामने आया है। जहां के सकरी थाना क्षेत्र के संबलपुरी गांव में पादरी संतोष मोसेस और उसकी पत्नी अनु मोसेस पर आरोप है कि वे गरीब, बेरोजगार और कमजोर लोगों को निशाना बनाकर उन्हें जबरन ईसाई धर्म स्वीकार करवा रहे...
छत्तीसगढ़: बिलासपुर जिले में धर्मांतरण का एक और मामला सामने आया है। जहां के सकरी थाना क्षेत्र के संबलपुरी गांव में पादरी संतोष मोसेस और उसकी पत्नी अनु मोसेस पर आरोप है कि वे गरीब, बेरोजगार और कमजोर लोगों को निशाना बनाकर उन्हें जबरन ईसाई धर्म स्वीकार करवा रहे हैं। यह जानकारी एक पीड़ित ने पुलिस में दी है।
पीड़ित उत्तरा कुमार साहू ने बताया कि वे ईसाई धर्म नहीं अपनाना चाहते, लेकिन पादरी और उनकी पत्नी लगातार उन्हें ब्रेनवॉश करने की कोशिश कर रहे हैं। उनका आरोप है कि पादरी और उसकी पत्नी गरीब और कमजोर लोगों को लालच देकर धर्मांतरण के लिए मजबूर करते हैं। वे इन्हें चर्च बुलाकर प्रार्थना कराते हैं और धर्मांतरित करवा देते हैं।
साहू ने बताया कि ये लोग महिलाओं को तब निशाना बनाते हैं जब उनके पति घर से बाहर होते हैं। फिर महिलाओं को चंगाई सभा में बुलाकर मंदिरों में पूजा-पाठ को गलत बताकर उन्हें शिकार बना लिया जाता है। इन महिलाओं को देवी-देवताओं की तस्वीरें तोड़ने और पूजा बंद करने के लिए कहा जाता है। जो लोग ईसाई धर्म से बाहर निकलने की कोशिश करते हैं, उन्हें येशु के क्रोध से डराया जाता है।
इस प्रकार के धर्मांतरण की घटना को देखते हुए उत्तरा साहू ने सकरी थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। पुलिस अब मामले की जांच कर रही है और आरोपितों के खिलाफ सबूत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
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