Edited By Anu Malhotra,Updated: 24 Sep, 2024 07:26 AM
अमेरिका में फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की घोषणा के कुछ ही हफ्तों बाद, चीन ने भी आर्थिक कदम उठाते हुए रिजर्व रिक्वायरमेंट रेशो (RRR) में आधा प्रतिशत की कटौती की है। इस कटौती के बाद बैंकों को अब अपने पास नकदी का कम हिस्सा रखना होगा,...
नेशनल डेस्क: अमेरिका में फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की घोषणा के कुछ ही हफ्तों बाद, चीन ने भी आर्थिक कदम उठाते हुए रिजर्व रिक्वायरमेंट रेशो (RRR) में आधा प्रतिशत की कटौती की है। इस कटौती के बाद बैंकों को अब अपने पास नकदी का कम हिस्सा रखना होगा, जिससे बाजार में नकदी का प्रवाह बढ़ेगा। इसके साथ ही, अगले एक हफ्ते में ब्याज दरों में भी कटौती की घोषणा की गई है।
चीन की इस घोषणा के बाद, आज सुबह से ही एशियाई बाजारों में तेजी देखी जा रही है। इससे पहले, बैंक ऑफ कनाडा जुलाई और अगस्त में दो बार ब्याज दरों में कटौती कर चुका है, जबकि यूरोपीय सेंट्रल बैंक ने भी दो बार ब्याज दरें घटाई हैं। पीपल्स बैंक ऑफ चाइना के गवर्नर Pan Gongsheng ने ब्याज दरों में 50 बेसिस पॉइंट की कटौती की घोषणा की है।
इस घोषणा के बाद चीन में गवर्नमेंट बॉन्ड की 10 साल की यील्ड 2 प्रतिशत के निचले स्तर पर आ गई है। चीन की इस नीति के बाद जापान के बाजार तेजी के साथ खुले, और इसका सीधा असर भारतीय बाजारों में भी देखने को मिल सकता है। इसके अलावा, चीन के इंडेक्स शंघाई कंपोजिट में भी उछाल दर्ज की जा रही है। हांगकांग का हैंग सेंग इंडेक्स लगभग 2 प्रतिशत की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है।