Edited By Rahul Rana,Updated: 18 Nov, 2024 08:37 AM
दिल्ली में वायु प्रदूषण अब खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है। ऐसे में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) का चौथा चरण आज से लागू कर दिया है। यह निर्णय सुबह आठ बजे से प्रभावी हो...
नेशनल डेस्क। दिल्ली में वायु प्रदूषण अब खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है। ऐसे में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) का चौथा चरण आज से लागू कर दिया है। यह निर्णय सुबह आठ बजे से प्रभावी हो गया। ग्रैप-4 के तहत कई महत्वपूर्ण प्रतिबंध लगाए गए हैं ताकि प्रदूषण को कम किया जा सके।
क्या हैं ग्रैप-4 के तहत प्रतिबंध?
वाहन प्रतिबंध:
दिल्ली में आने वाले सभी भारी ट्रकों पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। हालांकि, केवल जरूरी सामान लेकर आने वाले ट्रकों और इलेक्ट्रिक, सीएनजी ट्रकों को प्रवेश मिलेगा। दिल्ली में पंजीकृत डीजल चलित मध्यम और भारी माल वाहनों पर भी प्रतिबंध रहेगा। केवल जरूरी सामान लाने वाले वाहनों को छूट दी जाएगी। दिल्ली और एनसीआर में डीजल चलित चार पहिया वाहनों पर भी रोक रहेगी। हालांकि, आपातकालीन वाहनों को छूट मिलेगी और केवल बीएस-6 वाहनों को ही चलने की अनुमति होगी।
ऑनलाइन कक्षाएं:
दिल्ली सरकार ने प्रदूषण के कारण बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए छठी से 11वीं कक्षा तक की कक्षाएं ऑनलाइन कर दी हैं। 10वीं और 12वीं कक्षाएं पहले की तरह स्कूलों में ही चलेंगी। यह फैसला अगले आदेश तक लागू रहेगा।
निर्माण कार्यों पर रोक:
ग्रैप-4 के तहत दिल्ली में निर्माण और विध्वंस गतिविधियों पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। इसमें फ्लाईओवर, पुल, राजमार्ग, और पाइपलाइन जैसे महत्वपूर्ण निर्माण कार्य भी शामिल हैं।
ऑड-ईवन योजना:
प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली सरकार ऑड-ईवन योजना भी लागू कर सकती है, जिससे सड़क पर वाहनों की संख्या कम हो सके।
कारखानों और उद्योगों पर पाबंदी:
एनसीआर क्षेत्र में उन उद्योगों पर पाबंदी होगी जो पीएनजी गैस का उपयोग नहीं करते और जिनके पास वैध ईंधन नहीं है। हालांकि, दूध और डेयरी उत्पादों से जुड़ी कंपनियों को और मेडिकल उपकरण बनाने वाली फैक्ट्रियों को छूट दी जाएगी।
डीजल जनरेटर सेट पर प्रतिबंध:
डीजल जनरेटर सेट (डीजी सेट) का उपयोग भी इस दौरान प्रतिबंधित रहेगा।
काम करने की छूट:
सरकारी और निजी कार्यालयों में 50% कर्मचारियों को घर से काम करने का निर्देश दिया गया है। वहीं, केंद्रीय कर्मचारियों के लिए भी घर से काम करने की छूट मिल सकती है।
क्या है एक्यूआई (AQI)?
वायु गुणवत्ता इंडेक्स (AQI) वायु प्रदूषण के स्तर को मापने का एक तरीका है। इसके अनुसार:
0-50: "अच्छा"
51-100: "संतोषजनक"
101-200: "मध्यम"
201-300: "खराब"
301-400: "बहुत खराब"
401-500: "गंभीर" (यह स्थिति दिल्ली में फिलहाल है)
क्या कहा गया है मौसम विभाग ने?
मौसम विभाग का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) गंभीर श्रेणी में ही रह सकता है। यानी, प्रदूषण का स्तर और भी बढ़ सकता है।
दिल्ली सरकार की प्रतिक्रिया:
दिल्ली सरकार ने प्रदूषण को लेकर गंभीर स्थिति को देखते हुए 6वीं से 11वीं कक्षा के छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाई का निर्णय लिया। मुख्यमंत्री आतिशी ने बताया कि ऑनलाइन कक्षाएं 10वीं और 12वीं कक्षा के लिए नहीं होंगी, क्योंकि इन कक्षाओं के छात्र बोर्ड परीक्षा की तैयारी में व्यस्त हैं। इस कठिन स्थिति में दिल्लीवासियों से प्रदूषण कम करने के लिए सभी से सहयोग की अपील की जा रही है, ताकि वायु की गुणवत्ता में सुधार हो सके और लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचाया जा सके।