Edited By Parminder Kaur,Updated: 12 Sep, 2024 04:05 PM
पंजाब सरकार ने सड़क सुरक्षा फोर्स शुरू की है, जो प्रदेश में सड़क हादसों में जान-माल की हानि को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अगुवाई में सरकार ने कानून व्यवस्था को मजबूत करने और हर पंजाबी को सुरक्षित महसूस...
नेशनल डेस्क. पंजाब सरकार ने सड़क सुरक्षा फोर्स शुरू की है, जो प्रदेश में सड़क हादसों में जान-माल की हानि को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अगुवाई में सरकार ने कानून व्यवस्था को मजबूत करने और हर पंजाबी को सुरक्षित महसूस कराने के लिए पुलिस के आधुनिकीकरण पर जोर दिया है। सड़क सुरक्षा फोर्स का मुख्य काम शुरुआती चिकित्सा सहायता प्रदान करना और घायलों को अस्पताल पहुंचाना है। इसके साथ ही यह फोर्स सड़क पर नागरिकों को विभिन्न प्रकार की सहायता भी प्रदान कर रही है।
गुरप्रीत सिंह की कहानी
नवांशहर के रहने वाले गुरप्रीत सिंह ने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा शुरू की गई सड़क सुरक्षा फोर्स ने उनकी जान बचाई। एक दिन वह अपने काम से घर लौट रहे थे और अचानक एक अंधेरी और तूफानी रात में उनकी गाड़ी हादसे का शिकार हो गई। सड़क सुरक्षा फोर्स की टीम ने मौके पर पहुंचकर उनकी मदद की और उन्हें अस्पताल पहुंचाया, जहां उनका इलाज किया गया। सड़क सुरक्षा फोर्स की त्वरित कार्रवाई के कारण ही उनकी जान बच सकी। फोर्स के कर्मचारियों ने उनका इलाज मुफ्त में किया और किसी भी प्रकार का पैसा नहीं लिया।
सड़क सुरक्षा फोर्स का प्रभाव
पिछले साल की तुलना में इस साल फरवरी में सड़क सुरक्षा फोर्स की स्थापना के बाद लगभग 1300-1400 लोगों की जानें बचाई जा चुकी हैं। इसके अलावा सड़क हादसे का शिकार हुए लोगों की गाड़ियों में से लगभग 80 से 90 लाख रुपए की नकदी और गहनों को सुरक्षित रूप से उनके घर पहुंचाया गया है।
नई तकनीक और तैनाती
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अगुवाई में सड़क सुरक्षा फोर्स ने नए उन्नत वाहनों को शामिल किया है, जो मोबाइल नेटवर्क वीडियो रिकॉर्डिंग सिस्टम (MNVR) और स्थान ट्रैकिंग सिस्टम (VLTS) से लैस हैं। इन वाहनों में एडवांस्ड मोबाइल सर्विलांस सिस्टम लगे हुए हैं, जो वास्तविक समय में निगरानी और सबूत जुटाने में सक्षम हैं।
हर 30 किलोमीटर पर एक वाहन तैनात किया गया है, जिसमें तीन पुलिसकर्मी होते हैं। ये पुलिसकर्मी सड़क पर हुए हादसों में घायल व्यक्तियों की मदद करते हैं और सड़क पर नुकसान पहुंचाने वाली गाड़ियों को तुरंत हटा देते हैं।
कैसे पहुंचें सड़क सुरक्षा फोर्स तक
पंजाब पहला राज्य है, जहां सड़क सुरक्षा फोर्स का गठन किया गया है। अगर सड़क पर 30 किलोमीटर के दायरे में कोई हादसा होता है, तो इसकी सूचना हेल्पलाइन नंबर 112 पर दी जा सकती है। सूचना मिलते ही कंट्रोल रूम में बैठे कर्मचारी त्वरित सहायता के लिए हाई-टेक वाहन भेज देंगे। सड़क सुरक्षा फोर्स ने हजारों कीमती जानें बचाकर सड़क यातायात को सुचारू बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।