Edited By Rohini Oberoi,Updated: 10 Mar, 2025 01:20 PM

बेटियां किसी से कम नहीं! इसे रौशनी नादर मल्होत्रा ने साबित कर दिखाया है। 43 साल की रौशनी नादर ने अपने पिता शिव नादर के बिजनेस को बखूबी संभालते हुए इसे नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। शिव नादर ने अपनी 47% हिस्सेदारी अपनी बेटी रौशनी को सौंप दी जिससे वह...
नेशनल डेस्क। बेटियां किसी से कम नहीं! इसे रौशनी नादर मल्होत्रा ने साबित कर दिखाया है। 43 साल की रौशनी नादर ने अपने पिता शिव नादर के बिजनेस को बखूबी संभालते हुए इसे नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। शिव नादर ने अपनी 47% हिस्सेदारी अपनी बेटी रौशनी को सौंप दी जिससे वह HCL और वामा दिल्ली की सबसे बड़ी शेयरहोल्डर बन गई हैं।
पिता से मिला भरोसा, बना बड़ा रिकॉर्ड
शिव नादर जो भारत की जानी-मानी टेक कंपनी HCL के संस्थापक हैं उन्होंने अपनी 47% हिस्सेदारी अपनी बेटी को गिफ्ट कर दी। इस हिस्सेदारी के मिलने के बाद रौशनी नादर देश की तीसरी सबसे अमीर व्यक्ति और भारत की सबसे अमीर महिला बन गई हैं।

देश की तीसरी सबसे अमीर शख्सियत
ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार:
➤ मुकेश अंबानी – 88.1 अरब डॉलर (₹7.3 लाख करोड़)
➤ गौतम अडानी – 68.9 अरब डॉलर (₹5.7 लाख करोड़)
➤ रौशनी नादर – 35.9 अरब डॉलर (₹3.1 लाख करोड़)
इस तरह रौशनी नादर भारत की तीसरी सबसे अमीर व्यक्ति और एशिया की सबसे अमीर महिला बन गई हैं। उन्होंने नीता अंबानी, सावित्री जिंदल और अजीम प्रेमजी जैसे दिग्गजों को पीछे छोड़ दिया है।

कैसे बनीं सबसे अमीर महिला?
HCL ग्रुप में हिस्सेदारी बढ़ने के बाद:
➤ HCL कॉर्प में – 49.94% हिस्सेदारी
➤ वामा दिल्ली में – 12.94% हिस्सेदारी
अब रौशनी नादर के पास HCL ग्रुप में कुल 57% से अधिक हिस्सेदारी हो गई है जिससे वे इस कंपनी की सबसे बड़ी मालिक बन गईं।

रौशनी नादर की कहानी: 27 साल की उम्र से शुरू किया काम
रौशनी नादर ने 27 साल की उम्र में HCL टेक्नोलॉजी में काम करना शुरू किया था। धीरे-धीरे उन्होंने कंपनी को रॉकेट की रफ्तार से आगे बढ़ाया। अब HCL भारत की टॉप आईटी कंपनियों में से एक है जो दुनियाभर में लाखों लोगों को रोजगार देती है।
अरबपतियों की लिस्ट में एंट्री
वहीं पिता से मिले गिफ्ट के बाद रौशनी दुनिया के टॉप अरबपतियों की लिस्ट में भी शामिल हो गई हैं। अब वे दुनिया की 5वीं सबसे अमीर महिला बन चुकी हैं।