Edited By Utsav Singh,Updated: 13 Nov, 2024 03:52 PM
राजस्थान के देवली-उनियारा से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आय है। इस विधानसभा उपचुनाव में एक बड़ा विवाद सामने आया है। मतदान के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मारा। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो...
राजस्थान : राजस्थान के देवली-उनियारा से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आय है। इस विधानसभा उपचुनाव में एक बड़ा विवाद सामने आया है। मतदान के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मारा। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिससे राजनीतिक हलकों में तूफान मच गया है। आइए जानते हैं पूरी घटना के बारे में विस्तार से।
क्या है पूरा मामला?
देवली-उनियारा मतदान केंद्र पर वोटिंग के दौरान नरेश मीणा वहां जबरन घुसने की कोशिश कर रहे थे। जब प्रशासन और पुलिस के जवानों ने उन्हें रोकने की कोशिश की, तो उनकी और पुलिस की हाथापाई हो गई। नरेश मीणा ने आरोप लगाया कि चुनावी मशीन (ईवीएम) में उनके चुनाव चिन्ह को हल्का कर दिया गया है, जिससे उनके समर्थकों को वोटिंग में कठिनाई हो रही है। यह आरोप नरेश मीणा ने एसडीएम से करते हुए इस विवाद को और बढ़ा दिया।
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नरेश मीणा कौन हैं?
नरेश मीणा, जो कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं, पहले कांग्रेस पार्टी के सदस्य थे। पार्टी से टिकट नहीं मिलने के कारण उन्होंने निर्दलीय चुनावी मैदान में कूदने का निर्णय लिया। इस हमले के बाद, नरेश मीणा और उनके समर्थक राजनीतिक चर्चा का केंद्र बन गए हैं।
Tonk, Rajasthan: Independent candidate Naresh Meena slapped SDM Amit Chaudhary during the voting for the Deoli-Uniara by-election pic.twitter.com/ZcUJaqc1Ex
— IANS (@ians_india) November 13, 2024
कांग्रेस और बीजेपी के उम्मीदवार
देवली-उनियारा उपचुनाव में कांग्रेस से कस्तूर चंद मीणा और बीजेपी से राजेंद्र गुर्जर भी मैदान में हैं। नरेश मीणा पहले कांग्रेस से टिकट की मांग कर रहे थे, लेकिन जब उन्हें पार्टी से टिकट नहीं मिला, तो उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया। यह पूरी घटना कांग्रेस और बीजेपी के लिए राजनीतिक मुद्दा बन गई है।
कांग्रेस ने नरेश मीणा को किया था निलंबित
आपको बता दें कि नरेश मीणा को कांग्रेस ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण निलंबित कर दिया था। कांग्रेस पार्टी ने यह कदम तब उठाया जब नरेश ने पार्टी के खिलाफ चुनाव लड़ने का फैसला किया। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने इस संबंध में आदेश जारी किया था। नरेश मीणा की इस कार्रवाई से पार्टी में नाराजगी थी, और अब उनका चुनावी अभियान भी चर्चाओं में है।
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SDM अमित चौधरी के साथ नरेश मीणा की बहस
वोटिंग के दौरान नरेश मीणा और मालपुरा के एसडीएम अमित चौधरी के बीच गुस्से में बहस हो गई। समझाइश देने की कोशिश करते हुए यह मामला बढ़ गया, और नरेश मीणा ने गुस्से में आकर एसडीएम को थप्पड़ मार दिया। इस घटना ने चुनावी माहौल को गरमा दिया है और अधिकारियों के बीच भी नाराजगी फैल गई है।
नरेश मीणा की ताकत: युवाओं का समर्थन
नरेश मीणा को युवाओं का अच्छा समर्थन मिल रहा है। यही कारण है कि वह कांग्रेस से टिकट न मिलने के बावजूद निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरने में सफल हुए हैं। उनके पास एक मजबूत यूथ सपोर्ट है, जो उनकी चुनावी उम्मीदवारी को एक नई दिशा दे रहा है।