Edited By Mahima,Updated: 03 Feb, 2025 12:36 PM
संसद के बजट सत्र के तीसरे दिन, विपक्षी सांसदों ने प्रयागराज महाकुंभ हादसे पर चर्चा की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया। स्पीकर ओम बिरला ने विपक्षी सांसदों को कड़ी नसीहत देते हुए कहा कि जनता ने उन्हें शोर मचाने के लिए नहीं भेजा है। उन्होंने प्रश्नकाल...
नेशनल डेस्क: 2025 के बजट सत्र का तीसरा दिन सोमवार को हंगामेदार शुरुआत के साथ शुरू हुआ। जैसे ही लोकसभा स्पीकर ओम बिरला सदन में पहुंचे और अपने आसन पर आसीन हुए, विपक्षी सांसदों ने प्रयागराज महाकुंभ में हुई मौतों पर चर्चा की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। विपक्ष ने इस मुद्दे को सदन में उठाने के लिए नारेबाजी करना शुरू कर दिया, जिसके बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।
स्पीकर ने विपक्षी सांसदों से कहा, “जनता ने आपको टेबल तोड़ने के लिए नहीं भेजा है।” उनका स्पष्ट संदेश था कि सदन में व्यवधान डालने का कोई उद्देश्य नहीं होना चाहिए। स्पीकर ने आगे कहा कि संसद का कार्यकाल सवाल-जवाब और गंभीर चर्चाओं के लिए है, न कि शोर-शराबे के लिए। उन्होंने विपक्षी सांसदों से आग्रह किया कि वे प्रश्नकाल का समय बर्बाद न करें, जो सदन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।विपक्षी सांसदों का विरोध जारी था, जिसमें उन्होंने महाकुंभ हादसे पर चर्चा की मांग की और नारेबाजी करते हुए वेल (सदन के बीच वाला स्थान) में आकर खड़े हो गए। इसके जवाब में स्पीकर ने कहा कि यदि आप चर्चा करना चाहते हैं तो आप धन्यवाद प्रस्ताव पर अपनी बात रख सकते हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि महामहिम राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में इस घटना का उल्लेख किया था, और यह मुद्दा उस अभिभाषण के दौरान ही उठाया जा सकता है।
स्पीकर ने विपक्षी सांसदों से आग्रह किया कि वे संसद के महत्वपूर्ण समय का सम्मान करें और यदि सवाल नहीं पूछना चाहते हैं तो सदन की कार्यवाही में भाग न लें। उन्होंने एनके प्रेमचंद्रन और कीर्ति आजाद का नाम लेकर कहा कि यह सवाल पूछने का समय है, न कि सदन की कार्यवाही में व्यवधान डालने का। विपक्षी सांसदों का विरोध जारी रहा और वे स्पीकर की बातों को नजरअंदाज करते हुए वेल में आ गए। इस पर स्पीकर ने और कड़ी नसीहत देते हुए कहा, “आपका कार्यकाल जनता की समस्याओं पर गंभीर चर्चा करने का है, न कि सदन की कार्यवाही में अड़चन डालने का। अगर आपको लगता है कि जनता ने आपको सिर्फ शोर मचाने के लिए भेजा है तो आप वही काम कीजिए।”
विपक्षी सांसदों की आलोचना करते हुए संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि विपक्ष सरकार से सवाल पूछने के बजाय शोर मचाने में लगा हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि जनता इन सांसदों से सवाल पूछेगी, क्योंकि वे जनता की उम्मीदों पर खरे नहीं उतर रहे हैं। इस हंगामे के बीच स्पीकर ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही को बिना किसी व्यवधान के जारी रखने की पूरी कोशिश की और कहा कि संसद का कार्य महत्वपूर्ण है, जिसमें सभी सांसदों को अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए।