Edited By Anu Malhotra,Updated: 17 Apr, 2025 12:36 PM
एक बार फिर भविष्य को लेकर चेतावनी दी गई है- और वो भी किसी आम व्यक्ति ने नहीं, बल्कि जापान की रहस्यमयी भविष्यवक्ता रियो तात्सुकी ने, जिन्हें दुनियाभर में लोग अब 'जापानी बाबा वेंगा' के नाम से जानने लगे हैं। रियो की ताज़ा भविष्यवाणी ने वैश्विक स्तर पर...
नेशनल डेस्क: साल 2025 अभी पूरी तरह शुरू भी नहीं हुआ और दुनिया पहले ही प्राकृतिक आपदाओं की गिरफ्त में आ चुकी है। इस बीच जापान के चर्चित भविष्यवक्ता रियो तात्सुकी, जिन्हें लोग 'जापानी बाबा वेंगा' के नाम से जानते हैं, ने एक खौफनाक भविष्यवाणी की है - जुलाई 2025 में एशिया के कई देशों में तबाही मचा सकती है एक महाविनाशक सुनामी।
समुद्र के नीचे होगा जलजला
तात्सुकी का दावा है कि जुलाई 2025 में जापान के समुद्री क्षेत्र में समुद्र के अंदर एक भीषण ज्वालामुखी विस्फोट होगा। इसके बाद उठेगी ऐसी सुनामी, जो 2011 की त्रासदी से भी कई गुना बड़ी होगी। यह समुद्री तूफान न सिर्फ जापान, बल्कि ताइवान, इंडोनेशिया, फिलीपींस और उत्तरी मारियाना द्वीप तक भारी तबाही मचा सकता है। तात्सुकी ने बताया है कि ज्वालामुखी फटने के बाद समुद्र उबलने लगेगा, और उसके भीतर से लाल रंग के विशाल बुलबुले उठते दिखेंगे। यह सब एक हीरे के आकार वाले समुद्री क्षेत्र में होगा जो जापान के दक्षिणी इलाके से जुड़ा है।
भविष्यवाणी का आधार: “The Future I Saw”
रियो तात्सुकी ने अपनी प्रसिद्ध किताब The Future I Saw में इस सुनामी का विस्तार से जिक्र किया है। उन्होंने पहले भी:
उनकी भविष्यवाणियों की एक खास बात यह है कि वे तारीख, स्थान और आपदा के प्रकार तक का जिक्र करते हैं- और 2011 की सुनामी की भविष्यवाणी उन्होंने "March 2011, Great Disaster Comes" शीर्षक से की थी।
डर बढ़ाने वाली बातें या चेतावनी?
अगर हम साल 2025 के पहले तीन महीनों की बात करें, तो लॉस एंजेल्स की जंगलों में लगी आग, थाईलैंड-म्यांमार में घातक भूकंप, और कई जगहों पर असामान्य मौसम पहले ही चिंता का कारण बन चुके हैं। ऐसे में तात्सुकी की जुलाई की भविष्यवाणी लोगों के दिलों में एक नई दहशत भर रही है।
क्या यह सच होगा?
तात्सुकी की भविष्यवाणी को लेकर वैज्ञानिक समुदाय में कुछ संशय जरूर है, लेकिन उनके पूर्वानुमानों का ट्रैक रिकॉर्ड कई बार हैरान कर देने वाला रहा है। इसलिए अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या जुलाई 2025 की सुनामी की चेतावनी एक और हकीकत में बदलती है या सिर्फ एक डरावना अनुमान ही साबित होती है।