Edited By Rahul Singh,Updated: 04 Dec, 2024 02:59 PM
सचिन ने सारा तेंदुलकर को लेकर एक महत्वपूर्ण घोषणा की। सचिन तेंदुलकर फाउंडेशन (STF) के तहत, जो मुख्य रूप से गरीब बच्चों को शिक्षा, स्वास्थ्य और खेल से जोड़ने का काम करता है, अब सारा तेंदुलकर को एक अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है।
नई दिल्ली। सचिन तेंदुलकर, जिनके नाम पर एक प्रसिद्ध फाउंडेशन है, ने बुधवार को अपनी बेटी सारा तेंदुलकर को लेकर एक महत्वपूर्ण घोषणा की। सचिन तेंदुलकर फाउंडेशन (STF) के तहत, जो मुख्य रूप से गरीब बच्चों को शिक्षा, स्वास्थ्य और खेल से जोड़ने का काम करता है, अब सारा तेंदुलकर को एक अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है। सचिन ने यह खुशखबरी सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए बताया कि उनकी बेटी सारा अब इस फाउंडेशन में डायरेक्टर के पद पर काम करेंगी।
सचिन ने शेयर की तस्वीरें
सचिन तेंदुलकर ने अपने पोस्ट में कहा, "मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि मेरी बेटी सारा तेंदुलकर एसटीएफ इंडिया में डायरेक्टर के तौर पर शामिल हो गई हैं। उन्होंने यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन से क्लिनिकल और पब्लिक हेल्थ न्यूट्रिशन में मास्टर डिग्री हासिल की है। अब सारा भारत में खेल, स्वास्थ्य देखभाल और शिक्षा के माध्यम से समाज को सशक्त बनाने की यात्रा पर निकल रही हैं। यह इस बात की याद दिलाता है कि वैश्विक शिक्षा कैसे अपने पूर्ण चक्र में आ सकती है।"
सचिन ने यह भी साझा किया कि सारा तेंदुलकर ने फाउंडेशन के कार्यों में अपनी भागीदारी शुरू कर दी है और उन्होंने कुछ तस्वीरें भी शेयर की हैं, जिनमें सारा बच्चों के साथ वक्त बिताती हुई नजर आ रही हैं। तस्वीरों में सारा बच्चों के साथ बैठी हुई मस्ती करती दिखाई दे रही हैं, जो यह दर्शाती है कि वह न केवल एक नेतृत्वकर्ता के रूप में, बल्कि एक प्रेरणादायक और सहयोगात्मक भूमिका में भी सक्रिय हैं।
सचिन तेंदुलकर की इस फाउंडेशन का उद्देश्य भारत के गरीब बच्चों को शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं और खेल के माध्यम से एक बेहतर भविष्य देना है। इस फाउंडेशन के को-फाउंडर और डायरेक्टर सचिन और उनकी पत्नी अंजलि तेंदुलकर हैं। अब सारा के इस महत्वपूर्ण पद पर आसीन होने से फाउंडेशन के कार्यों को और गति मिलेगी और यह उम्मीद जताई जा रही है कि वह अपने पिता के दृष्टिकोण और मिशन को और आगे बढ़ाएंगी।
सोशल मीडिया पर भी काफी सक्रिय रहती हैं और उनके बॉलीवुड डेब्यू की चर्चाएं भी होती रहती हैं। लेकिन अब उन्होंने अपने पिता के फाउंडेशन के जरिए समाज सेवा की दिशा में कदम बढ़ाया है, जो एक बड़ा कदम है और दर्शाता है कि वह अपने परिवार की परंपराओं और जिम्मेदारियों को समझते हुए एक नई दिशा में काम करने को तैयार हैं।