Edited By Pardeep,Updated: 05 Mar, 2025 09:48 PM

प्रयागराज महाकुंभ ने ऑटो चालकों, खान पान की दुकान लगाने वालों से लेकर नाव चलाने वाले लाखों लोगों की जिंदगी बदल दी।
नेशनल डेस्कः प्रयागराज महाकुंभ ने ऑटो चालकों, खान पान की दुकान लगाने वालों से लेकर नाव चलाने वाले लाखों लोगों की जिंदगी बदल दी। ऐसे ही एक नाविक परिवार की सफलता की कहानी प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में विधानसभा में सुनाई। प्रदेश सरकार के मुताबिक, प्रयागराज के अरैल इलाके में रहने वाले नाविक पिंटू महरा का परिवार करोड़पतियों की कतार में शामिल हो गया। दावा है कि प्रयागराज के अरैल इलाके में रहने वाले नाविक पिंटू महरा ने महाकुंभ के दौरान 45 दिनों में 30 करोड़ रुपये की कमाई की है।
पिंटू महरा का कहना है कि उन्होंने 2019 के कुंभ में नाव चलाई थी और उन्हें अनुमान था कि इस बार महाकुंभ में बहुत भारी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ आने वाली है। पिंटू महरा के परिवार ने महाकुंभ के पहले 70 नावें खरीदीं। पहले से उनके सौ से अधिक सदस्यों वाले परिवार में 60 नावें थीं। इस तरह इन 130 नावों को महरा परिवार ने महाकुंभ में उतार दिया।
पिंटू महरा और उनके परिवार का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयास से आयोजित हुए इस महाकुंभ (की व्यवस्थाओं) ने उनकी ही नहीं, बल्कि हजारों नाविक परिवारों की जिंदगी बदल दी। उन्होंने कहा कि जिन नाविकों ने कर्ज लेकर नावें खरीदीं, वो सब अब लखपति बन गए हैं। पिंटू की मां शुक्लावती देवी यह बताते हुए भावुक हो गईं कि उनके पति की मौत के बाद आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। पूरा परिवार परेशान था। उन्होंने कहा कि ऐसे में महाकुंभ उनके लिए संकट मोचक बनकर आया।