Edited By Anu Malhotra,Updated: 17 Jan, 2025 09:26 AM
साल 2025 भारतीय कर्मचारियों के लिए शानदार वेतन वृद्धि की सौगात लेकर आ सकता है। एचआर कंसल्टिंग फर्म मर्सर द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण में खुलासा हुआ है कि भारत में पिछले कुछ सालों से लगातार वेतन वृद्धि हो रही है। रिपोर्ट के अनुसार, साल 2020 में जहां...
नेशनल डेस्क: साल 2025 भारतीय कर्मचारियों के लिए शानदार वेतन वृद्धि की सौगात लेकर आ सकता है। एचआर कंसल्टिंग फर्म मर्सर द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण में खुलासा हुआ है कि भारत में पिछले कुछ सालों से लगातार वेतन वृद्धि हो रही है। रिपोर्ट के अनुसार, साल 2020 में जहां वेतन वृद्धि 8 प्रतिशत थी, वहीं 2025 में यह 9.4 प्रतिशत तक पहुंचने का अनुमान है।
सभी सेक्टर्स में होगा इंक्रीमेंट
रिपोर्ट के अनुसार, यह वृद्धि भारत की मजबूत आर्थिक प्रगति और कुशल प्रतिभाओं की बढ़ती मांग को दर्शाती है। ऑटोमोटिव सेक्टर में सबसे अधिक इंक्रीमेंट की उम्मीद है, जो 8.8 प्रतिशत से 10 प्रतिशत तक हो सकता है। इसका श्रेय इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती मांग और भारत सरकार के 'मेक इन इंडिया' अभियान को दिया जा रहा है।
मैन्युफैक्चरिंग और इंजीनियरिंग सेक्टर भी लिस्ट में शामिल
दूसरे स्थान पर मैन्युफैक्चरिंग और इंजीनियरिंग सेक्टर है, जिसमें 8 से 9.7 प्रतिशत तक की वेतन वृद्धि का अनुमान लगाया गया है। यह इस क्षेत्र में बढ़ते मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम का प्रतीक है।
सर्वे में 1,550 कंपनियों ने लिया भाग
मर्सर के सर्वे में विभिन्न क्षेत्रों की 1,550 से अधिक कंपनियों ने हिस्सा लिया। इसमें टेक्नोलॉजी, लाइफ साइंस, फाइनेंशियल सर्विसेज, कंज्यूमर गुड्स, मैन्युफैक्चरिंग और ऑटोमोटिव जैसे सेक्टर शामिल हैं। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि 2025 में 37 प्रतिशत कंपनियां अपने कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने की योजना बना रही हैं, जिससे टैलेंट की मांग का ग्राफ ऊपर जाएगा।
छंटनी और पे-स्केल ट्रेंड्स
रिपोर्ट के अनुसार, 2025 में छंटनी की दर 11.9 प्रतिशत पर स्थिर रहने की संभावना है। मर्सर इंडिया में करियर लीडर मानसी सिंघल ने कहा कि देश का टैलेंट लैंडस्केप एक अहम बदलाव के दौर से गुजर रहा है। करीब 75 प्रतिशत कंपनियां बेहतर प्रदर्शन के आधार पर पे-स्केल प्लान को प्राथमिकता दे रही हैं। इससे कंपनियों को टैलेंट आकर्षित करने और बनाए रखने में मदद मिल रही है।
यह रिपोर्ट न केवल भारत के बढ़ते आर्थिक विकास का प्रमाण है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि कंपनियां टैलेंट को बनाए रखने के लिए नए मानकों को अपनाने की दिशा में काम कर रही हैं। ऐसे में भारतीय कर्मचारियों के लिए 2025 का साल बेहतरीन संभावनाएं लेकर आ सकता है।