Edited By Rahul Rana,Updated: 04 Dec, 2024 12:09 PM
उत्तर प्रदेश सरकार ने संभल हिंसा के आरोपियों से सपा नेताओं की जेल में मुलाकात के मामले में सख्त कार्रवाई की है। शासन ने मुरादाबाद जेल के जेलर विक्रम सिंह यादव और डिप्टी जेलर प्रवीण सिंह को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा जेल अधीक्षक पीपी सिंह के...
नॅशनल डेस्क। उत्तर प्रदेश सरकार ने संभल हिंसा के आरोपियों से सपा नेताओं की जेल में मुलाकात के मामले में सख्त कार्रवाई की है। शासन ने मुरादाबाद जेल के जेलर विक्रम सिंह यादव और डिप्टी जेलर प्रवीण सिंह को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा जेल अधीक्षक पीपी सिंह के खिलाफ विभागीय कार्यवाही शुरू करने की सिफारिश भी की गई है।
क्या था मामला?
हाल ही में संभल हिंसा के आरोपियों से सपा विधायक नवाब जान, चौधरी समरपाल सिंह, पूर्व सांसद एसटी हसन और कई अन्य सपा नेताओं ने मुरादाबाद जेल में मुलाकात की थी। जानकारी के अनुसार इन सपा नेताओं ने बिना पर्ची लगाए जेल में मुलाकात की जोकि जेल मैनुअल के खिलाफ है।
जेल मैनुअल का उल्लंघन
जेल मैनुअल के अनुसार किसी भी आरोपी से मिलने के लिए पहले पर्ची लगाना और नियमों का पालन करना अनिवार्य होता है लेकिन इस मुलाकात में इन नियमों का उल्लंघन किया गया। यही कारण था कि शासन ने इस मामले की गंभीरता से जांच शुरू की और जेल अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की।
डीजी जेल ने सौंपी जांच
डीजी जेल पीवी रामाशास्त्री ने इस मामले में डीआईजी जेल कुंतल किशोर को जांच का जिम्मा सौंपा था। जांच में यह पाया गया कि मुलाकात के दौरान जेल मैनुअल का पालन नहीं किया गया। इसके बाद शासन ने जेल अधिकारियों पर कार्रवाई की।
संभल हिंसा मामले में जेल भेजे गए थे आरोपी
क्योंकि संभल में कोई जेल नहीं है इसलिए हिंसा के आरोपियों को मुरादाबाद जेल भेजा गया था। वहीं अब इस मुलाकात के मामले के बाद जेल अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। वहीं इस मामले में सपा नेताओं और जेल अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर राजनीति भी गरमा सकती है। हालांकि सरकार की तरफ से यह कार्रवाई जेल मैनुअल के उल्लंघन को लेकर की गई है।