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लॉन्च हुआ Sanchar Sathi App, अब मोबाइल फोन से चोरी और साइबर ठगी की शिकायत करने में होगी आसानी

Edited By Parminder Kaur,Updated: 18 Jan, 2025 03:17 PM

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शुक्रवार को केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक खास ऐप संचार साथी लॉन्च किया। इस ऐप की मदद से लोग चोरी, साइबर ठगी और अन्य समस्याओं की शिकायत अपने फोन से ही कर सकेंगे। इसे गूगल प्ले स्टोर और एपल ऐप स्टोर से आसानी से डाउनलोड किया जा सकता...

नेशनल डेस्क. शुक्रवार को केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक खास ऐप संचार साथी लॉन्च किया। इस ऐप की मदद से लोग चोरी, साइबर ठगी और अन्य समस्याओं की शिकायत अपने फोन से ही कर सकेंगे। इसे गूगल प्ले स्टोर और एपल ऐप स्टोर से आसानी से डाउनलोड किया जा सकता है। 

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संचार साथी ऐप की खासियत

मालिकाना जानकारी: ग्राहक इस ऐप की मदद से यह पता कर सकते हैं कि उनके नाम पर कितने मोबाइल कनेक्शन एक्टिव हैं।

चोरी और ठगी की शिकायत: मोबाइल चोरी होने पर शिकायत दर्ज की जा सकती है।

मोबाइल की प्रमाणिकता: किसी भी हैंडसेट की वैधता जांचने की सुविधा।

संदिग्ध कॉल और एसएमएस की रिपोर्टिंग: आप किसी भी संदिग्ध कॉल या एसएमएस की शिकायत कर सकते हैं।

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राष्ट्रीय ब्रॉडबैंड मिशन 2.0 भी हुआ लॉन्च

संचार साथी ऐप के साथ ही मंत्री ने राष्ट्रीय ब्रॉडबैंड मिशन 2.0 का शुभारंभ भी किया। इस मिशन का उद्देश्य है कि ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल कनेक्टिविटी मजबूत की जाए।

मिशन के प्रमुख लक्ष्य

ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी: हर 100 ग्रामीण परिवारों में से 60 को ब्रॉडबैंड सुविधा मिले।

ऑप्टिकल फाइबर का विस्तार: 2030 तक 2.70 लाख गांवों में ऑप्टिकल फाइबर कनेक्शन पहुंचाया जाएगा।

ग्रामीण संस्थाओं को जोड़ा जाएगा: प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, स्कूल, आंगनवाड़ी केंद्र और पंचायत कार्यालयों जैसी 90% संस्थाओं को ब्रॉडबैंड से जोड़ा जाएगा।

इंटरनेट स्पीड का लक्ष्य: ग्रामीण इलाकों में कम से कम 100 एमबीपीएस की इंटरनेट स्पीड उपलब्ध कराई जाएगी।


5जी और 6जी सेवाओं के लिए स्पेक्ट्रम रिफार्मिंग

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 5जी सेवा के विस्तार और 6जी सेवा की शुरुआत को ध्यान में रखते हुए स्पेक्ट्रम सुधार की घोषणा की।

स्पेक्ट्रम सुधार की मुख्य बातें

2000MHz स्पेक्ट्रम की आवश्यकता: वर्ष 2030 तक 5जी और 6जी सेवाओं के लिए 2000MHz स्पेक्ट्रम चाहिए।

मौजूदा उपलब्धता: अभी भारत में केवल 1100MHz स्पेक्ट्रम उपलब्ध है।

687MHz स्पेक्ट्रम रिफार्मिंग: सरकार ने 687MHz स्पेक्ट्रम को विभिन्न मंत्रालयों से पुन: उपयोग के लिए मंजूरी दी है।

तुरंत नीलामी: इसमें से 328MHz स्पेक्ट्रम टेलीकॉम कंपनियों को नीलामी के जरिए तुरंत दिया जाएगा।

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