Edited By Anu Malhotra,Updated: 29 Jan, 2025 08:05 AM
प्रयागराज में महाकुंभ के दूसरे अमृत स्नान पर्व मौनी अमावस्या से पहले संगम क्षेत्र में मची भगदड़ में कई लोग घायल हुए हैं। हादसे के बाद प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ा दी है और स्थिति को नियंत्रित करने के प्रयास जारी हैं।
नेशनल डेस्क: प्रयागराज में महाकुंभ के दूसरे अमृत स्नान पर्व मौनी अमावस्या से पहले संगम क्षेत्र में मची भगदड़ में कई लोग घायल हुए हैं। हादसे के बाद प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ा दी है और स्थिति को नियंत्रित करने के प्रयास जारी हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात कर घटना की जानकारी ली और आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। सुरक्षा कारणों को ध्यान में रखते हुए अखाड़ा परिषद ने विशेष सतर्कता बरतते हुए अमृत स्नान को रद्द करने का निर्णय लिया है।
घटना के बाद संगम क्षेत्र से श्रद्धालुओं को बाहर निकालने के लिए बैरिकेडिंग हटा दी गई है, लेकिन इसके बावजूद लोग संगम तट तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। साधु-संतों और प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों से दूर रहें और शांति बनाए रखें।
गौरतलब है कि 13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ में अब तक करीब 15 करोड़ श्रद्धालु गंगा में स्नान कर चुके हैं। मौनी अमावस्या के अवसर पर आज अकेले 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के संगम पहुंचने की संभावना थी। हालांकि, भगदड़ के चलते प्रशासन अतिरिक्त सतर्कता बरत रहा है और स्थिति पर करीबी नजर रखी जा रही है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से संयम और सतर्कता बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि श्रद्धालु संगम नोज की ओर जाने की कोशिश न करें और जो भी मां गंगा के जिस घाट के समीप हैं, वहीं स्नान करें। स्नान के लिए कई घाटों की व्यवस्था की गई है, इसलिए किसी एक स्थान पर भीड़ न लगाएं।
सीएम योगी ने श्रद्धालुओं से प्रशासन के निर्देशों का पालन करने और व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करने का अनुरोध किया है। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें। प्रशासन हालात पर नजर बनाए हुए है और हर संभव सुरक्षा इंतजाम किए जा रहे हैं।