Edited By Harman Kaur,Updated: 25 Jan, 2025 01:19 PM
भारत, यूरोपीय सॉफ़्टवेयर कंपनी SAP के लिए एक महत्वपूर्ण और रणनीतिक बाजार बन गया है। SAP के सदस्य-कार्यकारी बोर्ड के थॉमस सॉयरसिग ने 23 जनवरी को दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) में कहा कि भारत में SAP का सबसे बड़ा अनुसंधान और विकास (R&D) केंद्र...
नेशनल डेस्क: भारत, यूरोपीय सॉफ़्टवेयर कंपनी SAP के लिए एक महत्वपूर्ण और रणनीतिक बाजार बन गया है। SAP के सदस्य-कार्यकारी बोर्ड के थॉमस सॉयरसिग ने 23 जनवरी को दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) में कहा कि भारत में SAP का सबसे बड़ा अनुसंधान और विकास (R&D) केंद्र है, जो जर्मनी के मुख्यालय के बाद आता है।
15,000 और पेशेवरों को मिलेगा मौका
सॉयरसिग ने कहा, "भारत हमारे लिए एक सुपर रणनीतिक बाजार है। मैं खुद भारत का बोर्ड प्रायोजक हूं। यहां पर 15,000 से ज्यादा प्रतिभाशाली डेवलपर्स काम कर रहे हैं।" इसके अलावा, उन्होंने यह भी बताया कि इस साल कंपनी ने भारत में एक नया कैंपस खोला है, जो 15,000 और पेशेवरों को काम पर रख सकेगा।
'SAP को भारत की वृद्धि से बहुत लाभ मिल रहा है'
उन्होंने यह भी खुलासा किया कि भारत में SAP के ग्राहक आधे से ज्यादा यूनिकॉर्न्स हैं, और कंपनी इन स्टार्टअप्स को ग्लोबल स्तर पर विस्तार करने में मदद कर रही है। सॉयरसिग ने कहा, "यह सच में रोमांचक है कि SAP को भारत की वृद्धि से बहुत लाभ मिल रहा है।" SAP ने हाल ही में कहा था कि वह भारत में ज्यादा से ज्यादा भर्तियां करेगा और भारत जल्द ही अपने जर्मन मुख्यालय को कर्मचारी संख्या में पीछे छोड़ देगा।
सॉयरसिग ने यह भी बताया कि कंपनी का डिजिटल को-पायलट पूरी तरह से भारत में विकसित किया गया है। "भारत में हर SAP उत्पाद लाइन का प्रतिनिधित्व होता है, और यही कारण है कि सभी उत्पादों का विकास भारत में ही हो रहा है," उन्होंने कहा। इससे SAP की रणनीति और भारत में उसके योगदान को लेकर एक नया दृष्टिकोण सामने आता है, जो दोनों के लिए फायदेमंद साबित हो रहा है।