Edited By Tanuja,Updated: 13 Feb, 2025 05:21 PM

सऊदी अरब के एक शिक्षक को बृहस्पतिवार को ‘ग्लोबल टीचर प्राइज' (Global Teacher Prize) दिया गया है, जिसकी इनामी राशि 10 लाख अमेरिकी डॉलर है। मंसूर अल-मंसूर को जरुरतमंद...
Dubai: सऊदी अरब के एक शिक्षक को बृहस्पतिवार को ‘ग्लोबल टीचर प्राइज' (Global Teacher Prize) दिया गया है, जिसकी इनामी राशि 10 लाख अमेरिकी डॉलर लगभग 86 लाख भारतीय रुपए है। मंसूर अल-मंसूर को जरुरतमंद लोगों की मदद करने के लिए यह पुरस्कार दिया गया है।
दुबई में आयोजित विश्व भर की सरकारों के शिखर सम्मेलन में सऊदी शिक्षक को यह पुरस्कार प्रदान किया गया। अल-मंसूर एक लेखक भी हैं। उन्होंने सऊदी अरब में भीषण गर्मी के महीनों के दौरान लोगों को एयर कंडीशनिंग (एसी) के रखरखाव की सुविधा उपलब्ध कराने में भी मदद की थी।

ग्लोबल टीचर पुरस्कार 2025 के शीर्ष 10 फाइनलिस्ट में भारतीय भी
- ब्रेट डैस्कोम्बे - ऑस्ट्रेलिया
- रेमन माजे फ्लोरियानो - कोलंबिया
- सेलिन हॉलर- फ्रांस
- टियोन्गे मटाम्बो - मलावी
- मुहम्मद नाज़मी - मलेशिया
- करीना सारो - अर्जेंटीना
- मोहम्मद इमरान खान मेवाती - भारत
- मंसूर अल मंसूर - सऊदी अरब
- सुभाष चंदर के - न्यूजीलैंड
- एरिक ह्यूक - अमेरिका
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वर्की फाउंडेशन यह पुरस्कार प्रदान करता है और इसके संस्थापक सनी वर्की हैं। उन्होंने जीईएमएस एजुकेशन कंपनी की स्थापना की थी। इस कंपनी के तहत मिस्र, कतर एवं संयुक्त अरब अमीरात में दर्जनों स्कूलों का संचालन किया जाता है। वर्की फाउंडेशन ने अल-मंसूर सहित अब तक नौ शिक्षकों को यह पुरस्कार प्रदान किया है। फाउंडेशन ने इस पुरस्कार की शुरूआत 2015 में की थी।