Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 25 Mar, 2025 10:23 AM

उत्तर प्रदेश के मेरठ में मर्चेंट नेवी अफसर सौरभ राजपूत की हत्या के मामले में अब उनके दोस्तों ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। दोस्तों का मानना है कि यह हत्या किसी एक या दो लोगों का काम नहीं हो सकता
नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश के मेरठ में मर्चेंट नेवी अफसर सौरभ राजपूत की हत्या के मामले में अब उनके दोस्तों ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। दोस्तों का मानना है कि यह हत्या किसी एक या दो लोगों का काम नहीं हो सकता, बल्कि इसमें और भी लोग शामिल हो सकते हैं। वहीं, सौरभ के व्यक्तित्व और उनके जीवन को लेकर भी कई अहम बातें सामने आई हैं। मीडिया से बातचीत के दौरान सौरभ के एक दोस्त ने मुस्कान रस्तोगी और साहिल शुक्ला पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि यह किसी अकेले इंसान का काम नहीं हो सकता। इस हत्याकांड की मंशा तो वही लोग बता सकते हैं जिन्होंने इसे अंजाम दिया, लेकिन जिस तरह के केस हम रोज मीडिया में देखते हैं, उससे यह साफ पता चलता है कि इसमें कई लोग शामिल हो सकते हैं।
ड्राइवर के बयान ने खड़े किए नए सवाल
सौरभ के दोस्त ने बताया कि उन्होंने ड्राइवर का इंटरव्यू सुना, जिसमें उसने कहा कि मुस्कान की मां अक्सर कॉल किया करती थीं और मुस्कान गाड़ी से उतरकर उनसे 15-20 मिनट तक बातें करती थी। वहीं, साहिल भी कार से बाहर आता था। सवाल यह उठता है कि क्या मुस्कान की मां को यह नहीं पता था कि उसके साथ सौरभ नहीं, बल्कि कोई और लड़का है? यदि ऐसा था तो इसका मतलब साफ है कि साहिल भी इस पूरे कम्युनिकेशन का हिस्सा था। ड्राइवर ने यह भी कहा कि उसे नहीं पता कि फोन पर क्या बातें होती थीं, लेकिन अब यह जानना जरूरी हो गया है कि मुस्कान की मां से आखिर क्या बातचीत होती थी।
सौरभ का व्यक्तित्व
सौरभ के दूसरे दोस्त ने बताया कि वह बेहद जिंदादिल इंसान था और अपनी बेटी से बहुत प्यार करता था। वह पिता बनने के अहसास को पूरी तरह जी रहा था। जब उसे घरवालों ने बेदखल कर दिया था, तब वह आर्थिक रूप से टूट चुका था, लेकिन इसके बावजूद उसने कभी हार नहीं मानी।
मुस्कान की लाइफस्टाइल पर उठे सवाल
सौरभ के दोस्त ने यह भी खुलासा किया कि मुस्कान को अपनी बेटी में ज्यादा दिलचस्पी नहीं थी। वह अपनी लाइफस्टाइल को लेकर ज्यादा चिंतित रहती थी। उसे महंगे कपड़े, अच्छा मेकअप और ब्रांडेड फोन का शौक था। शादी के बाद ही उसने यह सब शुरू किया, क्योंकि उसके मायके में उसे ऐसी सुविधाएं नहीं मिलती थीं।