Edited By Parveen Kumar,Updated: 08 Apr, 2025 08:03 PM
साल 2016 में भारत ने श्रीलंका को 88 एम्बुलेंस उपहार में दी थीं। यह एक सद्भावना से भरा कदम था, जिसका असर आज भी श्रीलंका की आम जनता की ज़िंदगी पर दिख रहा है। श्रीलंका ने इन एम्बुलेंसों की मदद से अपने देश की पहली मुफ्त आपातकालीन एम्बुलेंस सेवा शुरू की...
नेशनल डेस्क : साल 2016 में भारत ने श्रीलंका को 88 एम्बुलेंस उपहार में दी थीं। यह एक सद्भावना से भरा कदम था, जिसका असर आज भी श्रीलंका की आम जनता की ज़िंदगी पर दिख रहा है। श्रीलंका ने इन एम्बुलेंसों की मदद से अपने देश की पहली मुफ्त आपातकालीन एम्बुलेंस सेवा शुरू की थी।
अब क्या हाल है?
श्रीलंका के स्वास्थ्य मंत्री नलिंदा जयतिस्सा ने जानकारी दी कि अब तक:
- एम्बुलेंस की संख्या 322 तक बढ़ चुकी है
- यह सेवा 24x7 पूरे देश में मुफ्त चल रही है
- 2016 से अब तक 22.4 लाख आपात स्थिति में इनका उपयोग हुआ है
- इनमें से 65% मरीजों की हालत गंभीर थी, और समय पर इलाज न मिलता तो जान जा सकती थी
- इन सेवाओं से 15 लाख से ज़्यादा लोगों की जान बचाई गई
जयतिस्सा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा, "आपकी मदद के बिना यह संभव नहीं था।"
भारत का मानवीय सहयोग
भारत सिर्फ श्रीलंका में ही नहीं, बल्कि अन्य पड़ोसी देशों की मदद में भी आगे है।
हाल ही में म्यांमार में आए भूकंप के बाद, भारत ने तुरंत ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ शुरू किया। इसमें:
- 24 घंटे के भीतर राहत सामग्री भेजी गई
- टेंट, कंबल, खाना, दवाइयाँ और जनरेटर भेजे गए
- इसके बाद और भी 442 मीट्रिक टन भोजन सामग्री भेजी गई