Edited By Anu Malhotra,Updated: 15 Jul, 2024 12:09 PM
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने आज, 15 जुलाई से अधिकांश अवधि के लिए अपनी उधार दरों की सीमांत लागत (MCLR) में 5 से 10 आधार अंक (BPS) की वृद्धि की है। इस बढ़ोतरी से ब्याज और समान मासिक किस्तों EMI पर असर पड़ने की उम्मीद है।
नेशनल डेस्क: भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने आज, 15 जुलाई से अधिकांश अवधि के लिए अपनी उधार दरों की सीमांत लागत (MCLR) में 5 से 10 आधार अंक (BPS) की वृद्धि की है। इस बढ़ोतरी से ब्याज और समान मासिक किस्तों EMI पर असर पड़ने की उम्मीद है।
यह ध्यान दिया जा सकता है कि MCLR से जुड़े व्यक्तिगत और ऑटो ऋण की EMI बढ़ जाएगी, जबकि रेपो दर से जुड़े होम लोन अपरिवर्तित रहेंगे। अप्रैल 2016 में शुरू की गई MCLR, न्यूनतम ब्याज दर है जिसके नीचे बैंक ऋण नहीं दे सकते हैं।
SBI, MCLR में बढ़ोतरी इस प्रकार है....
ओवरनाइट ऋण अवधि: 5 BPS से बढ़कर 8.10% हो गई
एक महीने की ऋण अवधि: 10 BPS से बढ़कर 8.35% हो गई
तीन महीने की ऋण अवधि: 10 BPS से बढ़कर 8.40% हो गई
छह महीने की ऋण अवधि: 10 BPS से बढ़कर 8.75% हो गई
एक साल की ऋण अवधि: 10 BPSस से बढ़कर 8.85% हो गई
दो साल की ऋण अवधि: 10 BPS से बढ़कर 8.95% हो गई
तीन साल की ऋण अवधि: 5 BPS से बढ़कर 9.00% हो गई
एक महीने से भी कम समय पहले, जून के मध्य के आसपास, एसबीआई ने भी दरों में 10 बीपीएस की बढ़ोतरी की थी, जिससे एक साल के बेंचमार्क ऋण 8.75% हो गए। ताजा बढ़ोतरी के बाद सुबह 11 बजे के आसपास एसबीआई के शेयर 1.46% बढ़कर 872.20 रुपये पर थे।