Edited By Mahima,Updated: 25 Sep, 2024 09:10 AM
बिहार सरकार ने जितिया पर्व पर 25 सितंबर को सभी स्कूलों में छुट्टी घोषित की है, जिससे छात्र और शिक्षक अपने परिवारों के साथ इस खास दिन का जश्न मना सकेंगे। यह पर्व भाई-बहन के बंधन को समर्पित है, जिसमें बहनें उपवास करती हैं और भाई उपहार देते हैं। 26...
नेशनल डेस्क: बिहार सरकार ने 25 सितंबर यानी के आज जितिया पर्व के अवसर पर राज्य भर के सभी स्कूलों में छुट्टी घोषित की है। यह निर्णय छात्रों और शिक्षकों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे वे अपने परिवार के साथ इस विशेष दिन का जश्न मनाने का पूरा समय प्राप्त करेंगे। जितिया, जिसे कभी-कभी जीमूतवाहन भी कहा जाता है, मुख्य रूप से बिहार और पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों में मनाया जाने वाला एक पारंपरिक त्योहार है।
जितिया पर्व भाई-बहन के पवित्र बंधन को समर्पित है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य के लिए उपवास करती हैं और विशेष प्रार्थनाएँ करती हैं। वे अपने भाइयों की भलाई की कामना करती हैं, जबकि भाई अपनी बहनों को उपहार और मिठाइयाँ देकर उनका मान-सम्मान बढ़ाते हैं। यह पर्व भाई-बहन के रिश्ते को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, जो पारिवारिक प्रेम और एकता को दर्शाता है।
छुट्टी की घोषणा के साथ, 25 सितंबर को स्कूल बंद रहेंगे, जिससे छात्र कक्षाओं की चिंताओं से मुक्त होकर इस पर्व का आनंद ले सकेंगे। यह उन्हें अपने परिवार के साथ एकत्रित होने, पारंपरिक व्यंजन बनाने और त्योहार की खुशियों को साझा करने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करेगा। 26 सितंबर को स्कूल सामान्य रूप से खुलेंगे, जिससे सभी छात्र वापस अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगे।
सरकार के इस फैसले से न केवल छात्रों को राहत मिली है, बल्कि शिक्षकों और स्कूल स्टाफ के लिए भी यह खुशी का अवसर है। वे भी इस पवित्र पर्व में अपने परिवारों के साथ शामिल होने का मौका पाएंगे। बिहार के लोकजीवन में जितिया पर्व का बहुत महत्व है, और यह भाई-बहन के प्यार और पारिवारिक बंधनों को मजबूती प्रदान करता है।