Edited By Utsav Singh,Updated: 15 Oct, 2024 02:06 PM
पाकिस्तान में आज से शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) सम्मेलन की शुरुआत हो रही है। इस महत्वपूर्ण समिट में शामिल होने के लिए भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर मंगलवार को इस्लामाबाद पहुंचेंगे।
नेशनल डेस्क : पाकिस्तान में आज से शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) सम्मेलन की शुरुआत होने जा रही है। इस महत्वपूर्ण समिट में शामिल होने के लिए भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर मंगलवार को इस्लामाबाद पहुंचेंगे। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ इस अवसर पर डिनर का आयोजन करेंगे, जिससे सम्मेलन की औपचारिक शुरुआत होगी।
भारत-पाकिस्तान संबंधों में तनाव
भारत की यह उच्च स्तरीय यात्रा पाकिस्तान के साथ पिछले कई वर्षों से चल रहे तनाव के बीच हो रही है। जयशंकर की यह यात्रा खास महत्व रखती है, क्योंकि यह नौ साल बाद भारतीय विदेश मंत्री की पाकिस्तान यात्रा है। जयशंकर ने हाल ही में कहा था कि भारत निश्चित रूप से पाकिस्तान के साथ बेहतर संबंध चाहता है, लेकिन यह सीमापार आतंकवाद को नजरअंदाज करके संभव नहीं है।
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जयशंकर की यात्रा का महत्व
जयशंकर की पाकिस्तान यात्रा को बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। हालांकि, दोनों देशों के बीच किसी भी द्विपक्षीय वार्ता से इनकार किया गया है। जानकारी के अनुसार, जयशंकर पाकिस्तान में 24 घंटे से भी कम समय रुकेंगे। भारत की आखिरी विदेश मंत्री, सुषमा स्वराज, ने दिसंबर 2015 में अफगानिस्तान पर एक सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए इस्लामाबाद का दौरा किया था।
पाकिस्तान ने पीएम मोदी को न्योता दिया
पाकिस्तान ने अगस्त में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एससीओ शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए न्योता दिया था। यह पाकिस्तान-भारत संबंधों में एक नया मोड़ साबित हो सकता है, हालांकि जयशंकर की यात्रा को केवल औपचारिकता के रूप में देखा जा रहा है।
सुरक्षा इंतजामों का कड़ा प्रबंध
एससीओ सम्मेलन को लेकर पाकिस्तान में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इस्लामाबाद के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) नासिर अली रिजवी ने सुरक्षा योजनाओं का विवरण साझा किया।
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सुरक्षा कर्मियों की तैनाती: होटल और सम्मेलन स्थल पर सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया जाएगा।
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सुरक्षा बलों की तैनाती: पुलिस बल के 9,000 से अधिक कर्मियों की तैनाती की गई है। इसके अलावा, पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसियों को भी तैनात किया गया है।
नागरिकों की सुरक्षा और यातायात योजना
पुलिस प्रमुख ने नागरिकों की सुरक्षा के लिए यातायात योजना भी जारी की है।
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आगे की योजना: सरकार ने किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पहले से ही सेना को तैनात कर दिया है।
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प्रदर्शन और रैलियों पर प्रतिबंध: इस्लामाबाद, रावलपिंडी और अन्य शहरों में विरोध प्रदर्शनों और रैलियों पर प्रतिबंध लगाया गया है, ताकि सम्मेलन की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
इस प्रकार, एससीओ सम्मेलन भारत और पाकिस्तान के बीच महत्वपूर्ण संवाद का मंच होगा, हालांकि इसके साथ ही सुरक्षा और तनाव के मुद्दों को भी ध्यान में रखा जाएगा।