Edited By Tanuja,Updated: 15 Oct, 2024 06:50 PM
भारत के राजनयिक पिछले एक साल से कनाडा में कथित सिख अलगाववादियों पर खुफिया जानकारी जुटा रहे हैं। इस जानकारी का उपयोग भारतीय एजेंसियों द्वारा लक्ष्यों की पहचान के लिए किया...
International Desk: भारत-कनाडा तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है। भारत के राजनयिक पिछले एक साल से कनाडा में कथित सिख अलगाववादियों पर खुफिया जानकारी जुटा रहे हैं। इस जानकारी का उपयोग भारतीय एजेंसियों द्वारा लक्ष्यों की पहचान के लिए किया जा रहा है और यह जानकारी बिश्नोई गिरोह द्वारा निष्पादित हमलों के लिए भी इस्तेमाल की जा रही है। वॉशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, लॉरेंस बिश्नोई और उसका गिरोह, जो पहले से ही सोशल मीडिया पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार के साथ सहयोग करने के आरोपों से घिरा है, पर इन हत्याओं में शामिल होने का आरोप है। रिपोर्ट में आगे बताया गया कि बिश्नोई (31) और उसके गिरोह के सदस्यों पर सोशल मीडिया में यह आरोप लगाया जा रहा है कि वे जेल में रहते हुए बीजेपी सरकार के साथ सहयोग कर रहे हैं। वॉशिंगटन पोस्ट के अनुसार, बिश्नोई ने कथित तौर पर हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की जिम्मेदारी ली थी।
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वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट में दावा
अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट (Washington Post) ने खुलासा किया कि पिछले शनिवार को सिंगापुर (Singapore) में भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल (NSA Ajit Doval) ने कनाडा के शीर्ष अधिकारियों, जिसमें कनाडा की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नथाली ड्रूइन, उप विदेश मंत्री डेविड मॉरिसन, और रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (RCMP) के एक वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे, से गुप्त बैठक की। यह बैठक पांच घंटे चली, जिसमें कनाडाई अधिकारियों ने भारत द्वारा कथित तौर पर सिख नेताओं के खिलाफ हिंसक अभियान चलाने के सबूत पेश किए।
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हरदीप सिंह निज्जर की हत्या और कनाडाई आरोप
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सितंबर 2023 में आरोप लगाया था कि भारत सरकार ने खालिस्तानी नेता (Khalistani leader) हरदीप सिंह निज्जर (Hardeep Singh Nijjar) की हत्या करवाई। निज्जर की हत्या जून 2023 में हुई थी। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि सितंबर में ट्रूडो द्वारा लगाए गए आरोपों के दो दिन बाद, कनाडा के विन्निपेग शहर में एक और व्यक्ति सुखदूल सिंह की हत्या कर दी गई।
बैठक में बिश्नोई गिरोह का जिक्र
वॉशिंगटन पोस्ट के अनुसार, इस गुप्त बैठक में डोभाल ने कनाडाई अधिकारियों के सामने स्वीकार किया कि लॉरेंस बिश्नोई, जो वर्तमान में जेल में बंद है, अभी भी हिंसा की घटनाओं को अंजाम दे सकता है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि डोभाल ने माना कि बिश्नोई जेल में रहते हुए भी "गलत गतिविधियों" में शामिल है। कनाडाई अधिकारियों ने दावा किया कि भारत किसी भी साक्ष्य के बावजूद कनाडा में हो रही हिंसा या निज्जर की हत्या में अपनी संलिप्तता से इनकार करेगा। इस बैठक के अंत में डोभाल ने कथित तौर पर कनाडाई अधिकारियों से यह भी कहा कि इस बातचीत को ऐसे समझें जैसे "यह कभी हुई ही नहीं"।
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RCMP का बयान- "यह असाधारण स्थिति"
वॉशिंगटन पोस्ट के लेख के बाद, रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (RCMP) ने सोमवार रात एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि "इस असाधारण स्थिति" ने उन्हें अपनी कई चल रही जांचों के बारे में बोलने के लिए मजबूर किया है। उन्होंने कहा कि उनकी जांचों में भारत सरकार के एजेंटों की कनाडा में आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने की बात सामने आई है।